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भारत में बने Electric Truck का विदेशों में बजेगा डंका, ट्रेसा मोटर्स ने पेश किया V0.1 मॉडल

Tresa Motors Unveiled Electric Truck: जमाना धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक गाड़ियों का हो रहा है और ऐसे में क्यों ना टू-व्हीलर और कार-एसयूवी से आगे निकलकर इलेक्ट्रिक ट्रकों तक पहुंचा जाए। कुछ ऐसी ही सोच के साथ बेंगलुरु बेस्ड कंपनी ट्रेसा मोटर्स ने भी अपना पहला इलेक्ट्रिक कॉमर्शियल वीइकल मॉडल V0.1 पेश किया है।

पारंपरिक डीजल ट्रकों के मुकाबले किफायती और सुरक्षित होने के साथ ही लोगों को ईको-फ्रेंडली व्यावसायिक वाहनों का विकल्प देने के वास्ते ट्रेसा मोटर्स ने ग्लोबल मार्केट के लिए अपने इलेक्ट्रिक ट्रक (Electric Truck) से पर्दा उठाया है।

ट्रेसा मोटर्स के पहले इलेक्ट्रिक ट्रक (Electric Truck) मॉडल वीओ.1 को एक्सियल फ्लक्‍स मोटर प्‍लैटफॉर्म: फ्‍लक्‍स350 पर बनाया गया है। यह ट्रक ग्लोबल मार्केट के लिए डिजाइन‍ किया गया है और इसकी अनवीलिंग मीडियम और हैवी इलेक्ट्रिक ट्रक के लिए इंडस्‍ट्रीयल डिजाइन, एक्सियल फ्लक्‍स पावरट्रेन और सुरक्षित बैटरी पैक्‍स पर ट्रेसा मोटर्स का क्रांतिकारी नजरिया दिखाता है।

ट्रेसा के ट्रकों की सबसे बड़ी खूबी है एक्सियल फ्लक्‍स मोटर टेक्‍नोलॉजी, जिसे फ्‍लक्‍स350 कहा जाता है। यह टेक्नॉलजी लगातार 350 किलोवॉट तक पावर देती है। यह खूबी ट्रेसा को इस तरह के पावर आउटपुट वाला एकमात्र भारतीय ओईएम बनाती है।

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आपको बता दें कि एक्सियल फ्लक्‍स मोटर्स अपने छोटे आकार और हल्‍के वजन के लिए मशहूर हैं। दुनिया में एक्सियल फ्लक्‍स मोटर्स बनाने वाली कंपनियों की संख्‍या बहुत कम है और इसे पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है। इस तरह ट्रेसा मोटर्स ने ग्लोबल इनोवेशन में अग्रणी स्थिति हासिल की है।

ट्रेसा मोटर्स के फाउंडर और सीईओ रोहन श्रवण का कहना है कि ट्रेसा के मॉडल वीओ.1 के आधिकारिक लॉन्‍च और हमारे एक्सियल फ्लक्‍स मोटर प्‍लैटफॉर्म के विकास की यात्रा असाधारण रही है। ट्रेसा की टीम ने अपने करियर में 200 से ज्‍यादा तरह के ट्रकों का निर्माण किया है और भारत, जर्मनी, यूएस और जापान में 2 मिलियन से ज्‍यादा यूनिट्स की बिक्री की है।

आपतो बता दें कि इंडिया में फिलहाल 2.8 मिलियन ट्रक हैं, जिनका कार्बन उत्‍सर्जन में 60 पर्सेंट योगदान है। ऐसे में जीरो एमिशन वाले मीडियम और हैवी ट्रकों की बेहद जरूरत है। साल 2024 में आ रही वीइकल स्‍क्रैपेज पॉलिसी और ईंधन के बढ़ते दामों को देखते हुए यह मीडियम और हैवी इलेक्ट्रिक ट्रकों को अपनाने का सही समय है।