Placeholder canvas

अब फ्री में चूल्हे पर बनेगा 3 वक़्त का खाना, इस तेल कंपनी ने किया लांच, 10 साल की मिलेगी गारंटी

रसोई गैस की महंगाई से तो हर कोई आहत है। क्यूंकि रसाई गैस की कीमतों में दिनों-दिन हो रही बढ़ोतरी से अब खाना पकाना महंगा होता जा रहा है। लेकिन अब इस महंगाई का तोड़ खुद देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी लेकर आई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा पेश किया है। जिसकी मदद से आप तीन वक्त फ्री में खाना पका सकते हैं। क्या है इस डिवाइस की खासियत? आइये हम आपको बताते है। 

दरअसल, भारत की प्रमुख तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) को घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा पेश किया है। जिसकी खासियत अनुसार, उपभोक्ता सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है। 

यह सौर चूल्हा घर के बाहर लगे पैनल से सोलर एनर्जी स्टोर कर लेता है, जिससे आप बिना धूप में बैठे दिन के तीन वक्त फ्री में खाना पका सकते हैं।  इस चूल्‍हे की खास बात यह है कि इसे रात में भी प्रयोग किया जा सकता है। वंही इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रख-रखाव पर कोई खर्च नहीं है और इसे पारंपरिक ईंधन के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। 

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने आधिकारिक आवास पर एक कार्यक्रम की मेजबानी की, जहां इस चूल्हे को लांच किया गया। वंही इस चूल्हे को ‘सूर्य नूतन’ नाम दिया गया है। आपको बता दे, यह चूल्हा सौर कुकर से अलग है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है। इस सूर्य नूतन से चार लोगों वाले परिवार के लिए तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है। इसे सिर्फ एक बार रीचार्ज करना होगा और ये आसानी से आपका रसोई गैस का खर्च बेहद कम कर सकता है। 

चूंकि ये जीवाश्म ईंधन यानी फॉसिल फ्यूल से चलेगा तो इसे चलाने के लिए ना तो ईंधन की जरूरत है और ना ही लकड़ी की। सूरज की ताकतवर किरणों का इस्तेमाल करके ये सूर्य नूतन सौर चूल्हा आपके लिए एकदम नया एक्सपीरिएंस बनेगा और इसके जरिए रसोई का खाना बनाने का खर्च तो बेहद घट जाएगा।

 

सूर्य नूतन चूल्‍हे को धूप में रखने की जरूरत नहीं है. यह चूल्‍हा छत पर लगी सोलर प्‍लेट से एक केबल के जरिए जुड़ा रहता है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक आती है, इससे सूर्य नूतन चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर करती है. इसी कारण सूर्य नूतन से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। 

सूर्य नूतन को फरीदाबाद में आईओसी के अनुसंधान और विकास विभाग ने विकसित किया है, जो छत पर रखे पीवी पैनल के जरिए प्राप्त सौर ऊर्जा से चलता है। बताया जा रहा है कि फिलहाल सूर्य नूतन का आरंभिक मॉडल पेश किया गया है। इसका व्यवसायिक मॉडल अभी आना बाकी है। इस चूल्हे की लाइफ 10 साल है, कंपनी के अनुसार सूर्य नूतन की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होगी।

इंडिया टीवी के अनुसार, वंही इस पर सरकार की तरफ से स​रकारी सब्सिडी भी देने का विचार किया जा रहा है। जिससे इसकी कीमत 10,000 रुपये से 12,000 रुपये के बीच आ सकती है। यानी आप एक साल में एलपीजी गैस सिलेंडर पर जितना खर्च करेंगे, उससे कम कीमत में यह आपका हो जाएगा।