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बल्लेबाज सरफराज़ खान का बड़ा बयान, एक मौके की तलाश में हूं अपने खेल से आलोचकों को दूंगा जवाब

घरेलू क्रिकेट के हीरो सरफराज खान को भले ही अब तक टीम इंडिया में मौका नहीं मिल पाया हो, लेकिन उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से क्रिकेट के गलियारों में वाहवाही बटोर ली है। सरफराज एक के बाद एक सेंचुरी ठोक टीम इंडिया का दरवाजा खटखटा रहे हैं।

​​रेड-बॉल क्रिकेट में सरफराज का औसत प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लगभग 80 है, जो महान डॉन ब्रैडमैन के बाद दूसरे स्थान पर है। उम्मीद है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले तीसरे और चौथे टेस्ट मैच की टीम में शामिल कर लिया जाएगा। इस बीच सरफराज खान ने बड़ा बयान दिया है।

मैं बस एक मौके का इंतजार कर रहा था
सरफराज ने आकाश चोपड़ा से बातचीत में कहा- “जब मैं 2014 में अंडर 19 विश्व कप से लौटा और 1-2 साल के लिए आईपीएल खेला, तो कुछ लोगों ने कहा कि सरफराज खान सफेद गेंद का खिलाड़ी है, जो रेड बॉल के खिलाफ नहीं खेल पाएगा, लेकिन मुझे पता था कि मैं ऐसा कर सकता हूं।

सरफराज ने आगे कहा- मैं इस पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मैं बस एक मौके का इंतजार कर रहा था जहां मुझे रणजी ट्रॉफी में लगातार खेलने के लिए 4-5 मैच मिल सकें। इसलिए मैंने सोचा कि मैं उन्हें दिखाऊंगा कि मैं कौन हूं।

चीजें उतनी मुश्किल नहीं हैं जितना लोग उन्हें बना देते हैं
जब वह दिन आया, मैंने मुंबई के लिए वापसी की। मुंबई के लिए मेरा पहला शतक सीधे तिहरे शतक पर जाकर खत्म हुआ। उसके बाद मुझे एहसास हुआ कि चीजें उतनी मुश्किल नहीं हैं जितना लोग उन्हें बना देते हैं। मेरा भी बचपन से सपना था कि मैं अपने

सीने पर मुंबई के लोगो के साथ अपने हाथ में बल्ला और हेलमेट उठाऊं, इसलिए उस चीज का स्वाद कभी खत्म नहीं होगा और मैं इसे कभी जाने नहीं दूंगा।

एबी डिविलियर्स के साथ बातचीत का खुलासा
सरफराज ने एबी डिविलियर्स के साथ अपनी बातचीत का भी खुलासा किया और दावा किया कि दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज ने उन्हें बताया कि वह अपनी उम्र में मुंबई के युवा खिलाड़ी की तरह प्रतिभाशाली नहीं थे। सरफराज ने बताया कि एबी ने उनसे कहा- “बेहतर होगा कि हम उसके बारे में बात न करें।

शायद ही कभी मैंने उसे अभ्यास करते देखा है, लेकिन मैंने एक बार उससे पूछा, तुम ज्यादा अभ्यास क्यों नहीं करते? तो, उसने कहा कि जब मैं तुम्हारी उम्र का था, तो मैं खूब अभ्यास करता था।” खूब अभ्यास करो और मैं उतना प्रतिभाशाली नहीं था जितना तुम अब हो, इसलिए बस खेलते रहो।”