Mahanavami 2024 Siddhidatri: नवरात्रि के 9वें दिन करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
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Mahanavami 2024 Siddhidatri Puja: शारदीय नवरात्रि 2024 के अंतिम दिन आज महानवमी है, जिसे दुर्गा नवमी भी कहते हैं. पंचांग के मुताबिक इस बार सप्तमी और अष्टमी तिथि दोनों एक ही दिन यानी 10 अक्टूबर को पड़ रही हैं. शास्त्रों में सप्तमी और अष्टमी का व्रत एक ही दिन करना शुभ नहीं माना जाता. ऐसे में महाअष्टमी और महानवमी एक ही दिन यानी 11 अक्टूबर को मनाई जाएगी। महानवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा (Maa Siddhidatri Puja) करते हैं।

मां सिद्धिदात्री (Mahanavami 2024 Siddhidatri Puja) सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करती हैं। आज के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा के बाद हवन करते हैं और फिर कन्या पूजा की जाती है। भगवान शिव स्वयं ही मां सिद्धिदात्री की उपासना करते हैं क्योंकि इनकी कृपा से शिव जी को आठ सिद्धियां मिलीं। तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ। कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और योग के बारे में।

Mahanavami 2024 Siddhidatri Puja मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट से आरंभ हो रही है और 11 अक्टूबर को 12 बजकर 6 मिनट पर समाप्त हो रही है. इसके बाद नवमी लग जाएगी. इस आधार पर महाअष्टमी और महानवमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 को है और इसी दिन कन्या पूजन करेंगे.

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मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि

आज प्रात: स्नान के बाद मां सिद्धिदात्री की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें। फिर उनको गंगाजल से स्नान कराकर वस्त्र अर्पित करें। सिंदूर, अक्षत्, फूल, माला, फल, मिठाई आदि चढ़ाएं। मां सिद्धिदात्री को प्रसन्न करने के लिए तिल का भोग लगाएं और कमल का फूल अरर्पित करें। इस दौरान आपको ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इसके बाद मां सिद्धिदात्री की आरती करें। इस पूजन के बाद हवन करें और कन्या पूजा करें। कन्या पूजा के बाद आप प्रसाद ग्रहण करके व्रत का पारण करें।

कौन हैं मां सिद्धिदात्री

देवी भागवत पुराण की कथा के अनुसार, भगवान शिव ने 8 सिद्धियों की प्राप्ति के लिए मां सिद्धिदात्री की पूजा की। उनके ही प्रभाव से भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। तब भगवान शंकर का वह रूप अर्द्धनारिश्वर कहलाया। लाल वस्त्र धारण करने वाली मां सिद्धिदात्री कमल पर ​विराजती हैं। वे अपने चारों हाथों में शंख, चक्र, गदा ओर कमल पुष्प धारण करती हैं।

मां सिद्धिदात्री की पूजा के फायदे

  • मां सिद्धिदात्री की आराधना करने से व्यक्ति को 8 सिद्धियां और 9 प्रकार की निधियां मिल सकती हैं।
  • मां सिद्धिदात्री की कृपा से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है। वह मानव जीवन के जन्म मरण चक्र से मुक्त हो जाता है।
  • मां सिद्धिदात्री के आशीर्वाद से रोग, ग्रह दोष आदि दूर हो जाते हैं। किसी भी व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी नहीं होती है।

सुनिए मां सिद्धिदात्री की पूरी कथा

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