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अब लेटलतीफी का शिकार नहीं होंगी भारतीय ट्रेनें, 11 हज़ार ट्रेनों कि टाइमिंग सुधारने के लिए सरकार ने किया ये बड़ा ऐलान

अब आप रेल (Indian Railways) में सफर करेंगे तो आपको उसकी स्लो स्पीड और जगह-जगह रुक-रुक कर खड़े हो जाने की दिक्कत नहीं रहेगी. रेलवे ने अपने सुधार कार्यक्रमों को जारी रखते हुए करीब 500 मेल एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की रफ्तार बढ़ा दी है.

 

 

इसके साथ ही 65 जोड़ी ट्रेनों को ‘सुपरफास्ट’ कैटिगरी में बदला गया है. रेलवे ने अपनी संशोधित समय सारिणी में इन ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की घोषणा की है.

 

 

ट्रेनों की स्पीड में 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी

 

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने सोमवार को जारी अपने एक बयान में कहा, कुल मिलाकर सभी ट्रेनों की औसत स्पीड में लगभग 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

 

 

जिससे एक्स्ट्रा ट्रेनों के संचालन के लिए करीब पांच प्रतिशत अतिरिक्त मार्ग उपलब्ध हो गए हैं. भारतीय रेलवे ने अपनी नई संशोधित समय-सारिणी ‘ट्रेन एट ए ग्लांस (TAG)’ नामक अपनी वेबसाइट पर जारी की है. यह समयसारिणी 1 अक्टूबर से प्रभावी हो गई है.

 

वंदे भारत को नई समय सारिणी में मिला स्थान

 

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के मुताबिक वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय रेलवे की मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की समय पर चलने और पहुंचने का औसत प्रतिशत करीब 84 फीसदी रहा. यह वर्ष 2019-20 के औसत 75 प्रतिशत समयबद्धता से करीब 9 प्रतिशत ज्यादा है.

 

 

मंत्रालय ने कहा कि नई समय-सारिणी में नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-कटरा के बीच शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी कई प्रीमियम ट्रेनों भी जोड़ा गया है. हाल में गांधीनगर और मुंबई के बीच बी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई है.

 

बताते चलें कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) करीब 3,240 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करता है. इनमें वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, उदय एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनें शामिल हैं.

 

देश में रोजाना चलती हैं करीब 11 हजार ट्रेनें

 

इनके अलावा करीब 3,000 पैसेंजर ट्रेन और 5,660 उपनगरीय ट्रेन भी देशभर में चलाई जाती हैं. इन सब ट्रेनों के जरिए रोजाना लगभग 2.23 करोड़ यात्री रेल से सफर करते हैं.

 

ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को कम करने और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए वर्ष 2021-22 के दौरान देशभर में ट्रेनों के 65,000 से ज्यादा फेरे लगाए गए. जिससे करोड़ो लोगो को अपने गंतव्य पर पहुंचने में मदद मिली.