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हनुमान चालीसा विवाद में कूदे ओवैसी, अगर मैं पीएम आवास के सामने नमाज पढ़ूं तो…

महाराष्ट्र में चल रहे हनुमान चालीसा विवाद में अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी कूद गए हैं। ओवैसी ने शनिवार को दावा किया है कि उनके लिए यह कहना अनुचित होगा कि वह प्रधानमंत्री आवास के सामने नमाज अदा करना चाहते हैं।

ओवैसी की यह टिप्पणी अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद आई है। नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की धमकी दी थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी योजना को कैंसल कर दिया था।

सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा के खिलाफ देशद्रोह के आरोपों के बारे में बात करते हुए, ओवैसी ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट इसकी (देशद्रोह के आरोप) की बारीकी से जांच कर रहा है। दंपति को उद्धव ठाकरे को हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती देने से बचना चाहिए था।’

ओवैसी ने शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत पर भी निशाना साधा। ओवैसी ने कहा संजय राउत को मुझे इस विवाद में नहीं घसीटना चाहिए। उन्हें राज ठाकरे को भड़काने के लिए मेरा नाम ‘हिंदू ओवैसी’ नहीं बताना चाहिए। यह ठाकरे परिवार का अंदरूनी मामला है। उन्हें इसका समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए।’

ओवैसी ने राज ठाकरे पर ‘नफरत को संस्थागत बनाने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को सामूहिक दंड दिया जा रहा है। औरंगाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए, अससुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘भाजपा की ओर से नफरत को संस्थीकरण बनाया जा रहा है। राज ठाकरे सिर्फ नफरत के इस संस्थानीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। मुस्लिम समुदाय को सामूहिक सजा दी जा रही है।’