वर्ल्ड चैम्पियनशिप में नीरज ने सिल्वर मेडल जीता, मां ने डांस कर मनाया जश्न

भारतीय स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (World Athletics Championships) में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. उन्होंने चैम्पियनशिप के इतिहास में देश को यह दूसरा मेडल दिलाया है. 

24 साल के नीरज की इस उपलब्धि पर देशभर में जश्न मनाया जा रहा है. उनके गांव में भी लोगों ने जमकर डांस किया और जश्न मनाया. नीरज हरियाणा में पानीपत के रहने वाले हैं. गांव वालों ने नीरज के परिवार के साथ भी जमकर डांस किया. इसका वीडियो भी एएनआई ने शेयर किया.

नीरज की कामयाबी पर खुश हैं मां सरोज देवी

वीडियो में नीरज की मां सरोज देवी भी नाचती दिखाई दे रही हैं. वह अपने बेटे की इस कामयाबी से बेहद खुश हैं. नीरज की मां ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि मेरा बेटा मेडल जरूर जीतेगा. उसकी मेहनत पूरी हुई है. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि उसने देश का नाम रोशन किया.

नीरज के पिता ने अगले टूर्नामेंट में गोल्ड की उम्मीद जताई

गांव वाले नीरज के घर पर जमा हुए हैं. उन्होंने नीरज के पिता और मां को मिठाइयां खिलाईं. नीरज के पिता सतीश कुमार ने आजतक से कहा, ‘नीरज ने चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है. मुझे बेहद खुशी हुई है. यह बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि चैम्पियनशिप में देश के पास अभी सिर्फ एक ही मेडल था. अब यह दूसरा मेडल हो गया है.’

नीरज के पिता ने कहा, ‘उसका सफर शुरू से ही संघर्षों वाला रहा है. वह लगातार बेहतर करता रहा है. बाकी हर खेल में उतार चढ़ाव तो होते ही हैं. अब हम अगले टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं.’ बता दें कि नीरज को अब इसी महीने 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जाना है.

19 साल पहले वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मिला था पहला मेडल

बता दे कि भारत ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अपना पहला मेडल 2003 में लॉन्ग जंप में जीता था. उसके बाद से देश को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपने दूसरे पदक का इंतजार था, जो आज नीरज चोपड़ा ने पूरा किया है. 2003 में भारत की स्टार एथलीट रहीं अंजू बॉबी जॉर्ज ने पहला मेडल दिलाया था. उन्होंने महिलाओं की लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 

तीन फाउल की वजह से नीरज गोल्ड से चूके

ओलंपिक के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा का वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (Anderson Peters) से मुकाबला था. इसमें नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर सिल्वर मेडल पर निशाना साधा, जबकि पीटर्स ने अपने शुरुआती दो थ्रो लगातार 90 से ज्यादा मीटर तक किए. इसी के साथ उन्होंने फाइनल में 90.54 के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

नीरज को तीन थ्रो फाउल रहे थे. इसमें पहला और आखिरी के दो थ्रो थे. यही वजह रही कि नीरज गोल्ड से चूक गए. नीरज ने सिर्फ तीन थ्रो के बदौलत ही सिल्वर मेडल जीत लिया. फाइनल में नीरज ने अपने तीन सफल थ्रो में 82.39 मीटर, 86.37 और 88.13 मीटर दूर भाला फेंका.