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मौलाना शहाबुद्दीन ने कही दिल जीत लेने वाली बात, बोले- पत्थरबाजों का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर प्रदेश की अमन-चैन बिगाडऩे के प्रयास में लगे मुसलमानों से बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने मार्मिक अपील की है। मौलाना का मानना है कि अच्छा मुसलमान कभी की हिंसा के रास्ते पर नहीं जाता है। वह तो सदैव ही अमन पसंद होता है और पैगंबर की अच्छी बातों को समाज में फैलाता है।

बरेली में अखिल भारतीय तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पैंगबर का मानना है कि एक अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ व जबान से किसी को कोई तकलीफ न हो। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश के साथ ही देश के तमाम मुसलमान से गुजारिश करना चाहते हैं कि हम पैगंबर व इस्लाम को मानने वाले हैं। जिसने हमें अमन व शांति का पैगाम दिया।

उन्होंने कहा कि हर जगह पर किसी भी बात पर एहतिजाज (प्रदर्शन) करना हमारा जम्हूरी हक (लोकतांत्रिक अधिकार) है और एहतिजाज होना चाहिए लेकिन कानून के दायरे में रह कर। उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए मेरी तमाम लोगों से अपील है कि वे अमन-शांति का दामन न छोड़ें, कानून के दायरे में रह कर प्रदर्शन करें।

मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद ने कहा कि एक अच्छा मुसलमान वह है जो अपने हाथों (कर्मों) या जीभ (शब्दों) से किसी को दर्द नहीं देता है। इसी कारण मैं सभी से कानून के दायरे में विरोध करने की अपील करता हूं।

गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद से प्रदेश के प्रयागराज, हाथरस, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद तथा अम्बेडकरनगर में कुछ लोगों ने बाजार में जा रहे लोगों पर पथराव किया। इनका प्रयास प्रदेश का सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे का था। पुलिस ने हालात पर काबू पाया है।