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लाउडस्पीकर विवाद: आदित्य बोले, अयोध्या जाऊंगा, तारीख जल्द बताऊंगा, चाचा को कहा स्टंटबाज

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर शुरू हुआ विवाद अब हनुमान चालीसा और हनुमान पाठ तक पहुंच चुका है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने एक बड़ा बयान देते हुए अयोध्या जाने का एलान कर दिया है. आदित्य ठाकरे ने कहा है कि मैं अयोध्या जाऊंगा, तारीख जल्द बताऊंगा.

राज ठाकरे के हनुमान चालीसा के जवाब में शिवसेना ने हनुमान जयंती के मौके पर महा आरती का पाठ किया. इसी सिलसिले में राज्य के मुख्यमंत्री के बेटे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे मुंबई के गिरगांव स्थित सीपी टैंक हनुमान मंदिर पहुंचे और हनुमान चालीसा गाकर आरती की.

आदित्य ठाकरे ने इस दौरान कहा कि मैं रोज हनुमान चालीसा पाठ करता हूं, हनुमान जयंती को लेकर लोगों का उत्साह बढ़ रहा है. आज का दिन सेलिब्रेट करना जरूरी है. इसमें सियासत न लाते हुए सेलिब्रेट करना चाहिए. जिनकी श्रद्धा सच्ची होती है वो राजनीतिक स्टेज पर नहीं दिखती मन में और दिल में होती है.

आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारे लिए हिंदुत्व राजनीतिक नही है. वोट के लिए नहीं है. रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन ना जाए. लोगों का विश्वास इसी पर होता है. उन्होंने कहा कि मैं काम पर ज्यादा महत्व देता हूं.हम जो भी वचन देते है उससे पूरा करते है. हनुमान चालीसा की पवित्रता को बनाए रखना जरूरी है. इसमें सियासत न आए. जिसको दिखावा करना है वो करें. हम स्टंटबाजी में नही हैं, हम काम करते हैं.

महाराष्ट्र में शुक्रवार को हनुमान चालीसा को लेकर राजनीति तब गर्मा गई थी, जब राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारणों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. वहीं, एक निर्दलीय विधायक रवि राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव से शनिवार को अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ कराने को कहा.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के मस्जिदों पर तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर बजाने का मुद्दा उठाए जाने के बाद इस बयानबाजी की शुरुआत हुई. राज ठाकरे ने तीन मई से पहले मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है और शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो मनसे कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर और ऊंचे स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे