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जहांगीरपुरी अतिक्रमण:हिंदू-मुस्लिम अवैध प्रॉपर्टी पर चला बुलडोज़र, साहब-मत तोड़ो मुझसे बड़ा हिंदू कोई नहीं

जहांगीरपुरी में एमसीडी के अतिक्रमण हटाओ अभियान पर लोगों का गुस्सा साफ झलक रहा था। लोग कह रहे थे कि हम यहां सालों से ऐसे ही रह रहे हैं लेकिन हनुमान जयंती पर हुई हिंसा के बाद अचानक से सबकुछ बदल गया।मैडम मेरी पनवाड़ी की दुकान तोड़ दी इन्होंन,, 60 साल पुरानी दुकान थी वह। वह पैसा लेकर जाते थे यहां से। जब तक पैसा दिया, तब तक ठीक है। अब आकर तोड़ दिया उन्होंने।

मैं हिंदू हूं, मेरे से बड़ा वाला हिंदू होगा कोई?

सारे लोग मिलकर रहते हैं। चाहे हिंदू हो या फिर मुसलमान हो, सभी इकट्ठा होकर रहते हैं। एक का घर एक के बगल में है। कार्रवाई एकतरफा करते जा रहे हैं ये लोग। कोई नोटिस नहीं मिला। मैडम जिस लड़के का रोजगार गया है, वह अब क्या करेगा। मैं हिंदू हूं मैडम। मेरे से बड़े वाला हिंदू होगा कोई?

पिछले 15 साल से हम यहां रह रहे हैं। मेरी यहां दुकान थी। इससे पहले किसी ने इसे अवैध नहीं बताया था। दो गुटों में हिंसा के बाद ये हो रहा है। – स्थानीय महिलाएं

‘दंगा-फसाद की साजिश’

पास में मौजूद एक शख्स इसे दंगा फसाद की साजिश बताता है। वह कहता है कि यह फालतू में तोड़ा जा रहा है। क्या इससे दंगे-फसाद नहीं होंगे। इन्होंने बिना इजाजत की रैली निकाली है। दंगे इसी से शुरू हुए हैं। वहीं बैठी एक महिला ने कहा कि पिछले 15 साल से हम यहां रह रहे हैं। मेरी यहां दुकान थी। इससे पहले किसी ने इसे अवैध नहीं बताया था। दो गुटों में हिंसा के बाद ये हो रहा है।

किस बात का अवैध, 50 साल से हम यहां हैं

जहांगीरपुरी में मौजूद एक शख्स ने एमसीडी की कार्रवाई पर बिफरते हुए कहा कि हिंदू-मुस्लिम सबकी दुकानें तोड़ दी। किस बात का अवैध है। हम यहां 50 साल से रहते आ रहे हैं। जो दंगा हुआ इस वजह से ये कार्रवाई हुई है। ये बेहद गलत है।

मैं मानता हूं कि हमने अवैध निर्माण किया है लेकिन केवल मस्जिद के पास ही अवैध निर्माण क्यों ढहाया गया। मंदिर के पास अवैध निर्माण क्यों नहीं ढहाया गया। (निवासी युवक)

मंदिर में कार्रवाई का भी विरोध

जहांगीरपुरी इलाके में मौजूद एक मंदिर के पास बने अवैध निर्माण पर कार्रवाई का भी स्थानीय लोगों ने विरोध किया। एक शख्स ने कहा कि बुलडोजर उसके ऊपर से गुजार दो लेकिन मंदिर के पास का निर्माण मत तोड़ो।

मंदिर के पास अवैध निर्माण क्यों नहीं तोड़ा?

मस्जिद के पास मौजूद एक आशू खान ने कहा कि मैं मानता हूं कि हमने अवैध निर्माण किया है लेकिन केवल मस्जिद के पास ही अवैध निर्माण ही क्यों ढहाया गया। मंदिर के पास अवैध निर्माण क्यों नहीं ढहाया गया। उन्होंने कहा कि हमारा दो लाख का नुकसान हो गया है। उन्होंने कहा कि एमसीडी वाले ने बिना किसी नोटिस के हमारी दुकान ढहा दी है।