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कोरोना पर चीन की हालत देख सतर्क हुआ भारत,सरकार ने की समीक्षा बैठक, मास्क लगाने की सलाह

चीन में कोरोना (Covid) के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत भी सतर्क हो गया है. केंद्र सरकार कोरोना के मामलों पर नजर रख रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी आज शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ महामारी की स्थिति पर समीक्षा बैठक की.

 

 

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

कोविड-19 पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की बैठक में कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने लोगों को भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सलाह दी है.

 

बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा कि अभी पैनिक की जरूरत नहीं है.भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सभी को सलाह है. हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा बैठक होगी. टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है. बीच-बीच में स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं? कोई नई गाइडलाइन फिलहाल जारी नहीं की जा रही है.

 

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सभी कोविड पॉजिटिव मामलों के नमूने प्रतिदिन INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजने का निर्देश पहले ही दे दिया है. INSACOG भारत में कोविड के विभिन्न प्रकारों का अध्ययन और निगरानी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक मंच है.

 

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से सभी राज्यों को एक पत्र में कहा गया है, “जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में कोरोना के मामलों की अचानक तेजी को देखते हुए, नए वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए कोविड पॉजिटिव मामलों के जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार करना आवश्यक है.”

 

 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश ने पिछले 24 घंटों में 131 ताजा कोविड पॉजिटिव मामले आए हैं. हालांकि, यह सोमवार के 181 से नीचे है. वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 3,408 है.

कोरोना से पिछले 24 घंटों में तीन मौतें दर्ज की गईं हैं. दो केरल से और एक पश्चिम बंगाल से. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत अब तक कोविड वैक्सीन की लगभग 220 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.

 

 

कथित तौर पर चीन अपनी जीरो कोविड नीति में बदलाव के बाद से कोविड से संबंधित मौतों में वृद्धि को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है. जीरो कोविड नीति में सख्त लॉकडाउन और सामूहिक परीक्षण (टेस्ट) लागू किए गए थे.

कथित तौर पर चीन के एक अपार्टमेंट में आग लगने से 10 लोगों के मारे जाने के बाद जीरो कोविड नीति का बड़े पैमाने पर लोगों ने विरोध किया था. लोगों का आरोप था कि इस सख्त नीति के कारण दमकल की गाड़ियां आग की लपटों से प्रभावी ढंग से नहीं लड़ सकीं.

 

 

रिपोर्टों के अनुसार, चीन में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बाद अस्पतालों पर बोझ बढ़ गया है और फार्मेसियों में दवा खत्म हो गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान तक नहीं मिल पा रहे.

समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी अधिकारियों का कहना है कि वायरस की प्रगति को ट्रैक करना असंभव है. बीजिंग में स्थानीय अधिकारियों ने सोमवार की दो मौतों की तुलना में मंगलवार को कोविड से सिर्फ पांच मौतों की सूचना दी.