Placeholder canvas

14 महीनों बाद ममता बनर्जी कैबिनेट का पहला विस्तार

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया है। करीब 14 महीनों बाद हो रहे पहले कैबिनेट विस्तार में 9 नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। इसमें उपचुनावों में जीत दर्ज कर आने वाले बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है। ये कैबिनेट विस्तार ऐसे समय में हो रहा है जब ममता बनर्जी सरकार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के कारण मुश्किलों में घिरी है। ईडी ने पार्थ चटर्जी पश्चिम बंगाल शिक्षक घोटाले में पूर्व मंत्री और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया है।

ममता बनर्जी की कैबिनेट में बाबुल सुप्रियो, स्नेहाशीष चक्रवर्ती, उदयन गुहा, पार्थ भौमिकी, प्रदीब मजूमदार को जगह मिली है। इसके अलावा दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाए गए हैं। बिप्लब रॉय चौधरी और बीरबाहा हसदा को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है। इसके पहले, बीरबाहा हसदा राज्य मंत्री (वन) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

बाबुल सुप्रियो बने मंत्री (Mamata Cabinet Reshuffle)
पार्थ चटर्जी, जिन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था, वे उद्योग, वाणिज्य और उद्यम, सूचना प्रौद्योगिकी और संसदीय मामलों सहित चार प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। ममता बनर्जी के पहले कैबिनेट विस्तार में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम बाबुल सुप्रियो का है। बाबुल सुप्रियो पिछले साल भाजपा का दामन छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे। बाबुल सुप्रियो ने अपनी लोकसभा सीट आसनसोल से भी इस्तीफा दे दिया था।