उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोरोना के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है पिछले 24 घंटे में साढ़े पांच सौ से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में बड़ी तादाद में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में भी आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश में धीरे-धीरे बढ़ते मामलों की वजह से एक्टिव मरीजों की संख्या में बेइंतहा वृद्धि हुई है और ये आंकड़ा 3600 के पार पहुंच गया है।
प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 99 हजार से ज्यादा कोरोना सैंपलों की जांच की गई थी जिसमें कुल 590 नए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा केस मिले हैं, यहां एक दिन में 163 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। गौतमबुद्धनगर जिले में 71 और गाजियाबाद में 70 केस पाए गए हैं। इसी तरह वाराणसी में 12, गोरखपुर 14, झांसी में 18, लखीमपुरखीरी में 16, महराजगंज में 37 और पीलीभीत में 21 नए कोरोना के केस मिले हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश में दिन पर दिन कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ने से एक्टिव मरीजों की संख्या 3607 पहुंच गई है। लखनऊ में सबसे ज्यादा 946 एक्टिव केस हैं। वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले में 709 केस, गाजियाबाद में 389 और वाराणसी में 145 लोग कोरोना संक्रमित हैं जिनका इलाज चल रहा है। इसी तरह गोरखपुर में 93, झांसी में 87, कानपुर नगर में 81, लखीमपुर खीरी में 60, मेरठ में 52 एक्टिव मरीज हैं।
पिछले 24 घंटे में बड़ी संख्या में मरीज कोरोना को मात देकर ठीक भी हुए हैं। बताया 508 के करीब मरीज एक दिन में ठीक हुए हैं। गौतमबुद्ध नगर में सबसे ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए हैं यहां एक दिन में 109 मरीज ठीक हुए। वहीं लखनऊ में 104, गाजियाबाद में 49, वाराणसी में 17, गोरखपुर में 12, झांसी में 13, जौनपुर में 19 और कानपुर नगर में 10 मरीज कोरोना को मात देकर ठीक हुए हैं।
हाल ही में सीएम योगी ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। उन्होंने कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखने के लिये निर्देश दिए थे। साथ ही सीएम ने कहा कि सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित उपलब्धता को गहनता से परख लिया जाए। आवश्यक दवाओं के साथ मेडिसिन किट भी तैयार करा ली जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाए जाने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जाए।