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दिल्ली में कड़ी सुरक्षा के बीच तीसरे दिन भी चला बुलडोजर, 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी रहे मौजूद

दक्षिण दिल्ली नगर निगम में ने तीसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा के बीच अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया। अतिक्रमण हटाने के पहले ही इलाके में सुरक्षा की कमान जवानों ने संभाल ली थी। जिन सड़कों पर अतिक्रमण कर दुकान, खोखे व अन्य अस्थाई अतिक्रमण किए थे, वहां निगम के दस्ते के पहुंचने के पहले ही चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई थी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान के लिए पुलिस की ऐसी चाक चौबंद व्यवस्था थी कि निगम के दस्ते के पास आकर हंगामा करना संभव नहीं था। सड़कों को बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया था। इस पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गये थे। इसके अलावा मुख्य सड़क से जुड़ी अन्य दूसरी सड़कों की भी घेराबंदी कर दी गई थी। ताकि स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए अतिक्रमण गिराने के दौरान नहीं आ सकें।

सुरक्षा का आलम यह था कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में स्थानीय पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों के करीब 500 जवान कार्रवाई के पहले ही तैनात कर दिए गए थे। खास बात यह है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान खत्म होने के दो घंटे बाद तक इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती थी। ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे और इलाके में स्थिति न खराब हो।

इन जगहों पर थी ज्यादा तैनाती
लोधी कालोनी के मेहरचंद मार्केंट सांई मंदिर के अलावा द्वारिका, जनकपुरी, तिलक नगर चौखंडी सहित आसपास के स्थानों पर सैकड़ों की तादात में सुरक्षाबलों की तैनाती थी। उधर यमुनापार के कड़कड़डूमा गांव, आर्य नगर सहित आसपास के इलाके में भी अतिक्रमण पर बुलडोजर की हुई कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती थी।