Placeholder canvas

जहांगीरपुरी में 2 घंटे चला बुलडोजर, SC के आदेश के बाद रुका एक्शन, बृंदा करात ने बोली बड़ी बात

उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुधवार को बुलडोजर चलाया. हालांकि, यह कार्रवाई 2 घंटे तक चल सकी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में MCD की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. आधिकारिक आदेश मिलने तक एमसीडी ने तोड़फोड़ जारी रखी.

 इस मामले में अब गुरुवार को सुनवाई होगी. दरअसल, जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हिंसा वाली जगह पर अतिक्रमण के खिलाफ  20 और 21 अप्रैल को बुलडोजर चलाने का ऐलान किया था. इस कार्रवाई को देखते हुए करीब 1500 जवान तैनात किए गए थे. 

एमसीडी ने SC का आदेश मिलने के बाद रोका अभियान

एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलने के बाद जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को रोक दिया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में अवैध संपत्तियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर रोक लगा दी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा. 

बृंदा करात बोलीं- सुप्रीम कोर्ट पर बुलडोजर चला

सीपीआईएम नेता बृंदा करात ने दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक की और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी दी. बैठक के बाद उन्होंने कहा, कानून और संविधान पर बुलडोजर चला दिया गया. कम से कम सुप्रीम कोर्ट और उसके आदेश पर बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए था. 

दोबारा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे याचिकाकर्ता

जहांगीरपुरी में एमसीडी की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है. इसी बीच जहांगीरपुरी में भगदड़ का माहौल जारी है. लोगों अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे हैं. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है. उधर, याचिकाकर्ता दोबारा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं.

याचिकाकर्ताओं का कहना है कि एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माना है और कार्रवाई जारी रखी है. CJI ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से उत्तरी दिल्ली के मेयर, उत्तरी DMC कमिश्नर और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को यथास्थिति के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है. 

उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुधवार को बुलडोजर चलाया. हालांकि, यह कार्रवाई 2 घंटे तक चल सकी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में MCD की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. आधिकारिक आदेश मिलने तक एमसीडी ने तोड़फोड़ जारी रखी.

 इस मामले में अब गुरुवार को सुनवाई होगी. दरअसल, जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हिंसा वाली जगह पर अतिक्रमण के खिलाफ  20 और 21 अप्रैल को बुलडोजर चलाने का ऐलान किया था. इस कार्रवाई को देखते हुए करीब 1500 जवान तैनात किए गए थे. 

एमसीडी ने SC का आदेश मिलने के बाद रोका अभियान

एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलने के बाद जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को रोक दिया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में अवैध संपत्तियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर रोक लगा दी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा. 

बृंदा करात बोलीं- सुप्रीम कोर्ट पर बुलडोजर चला

सीपीआईएम नेता बृंदा करात ने दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक की और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी दी. बैठक के बाद उन्होंने कहा, कानून और संविधान पर बुलडोजर चला दिया गया. कम से कम सुप्रीम कोर्ट और उसके आदेश पर बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए था. 

दोबारा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे याचिकाकर्ता

जहांगीरपुरी में एमसीडी की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है. इसी बीच जहांगीरपुरी में भगदड़ का माहौल जारी है. लोगों अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे हैं. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है. उधर, याचिकाकर्ता दोबारा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं.

याचिकाकर्ताओं का कहना है कि एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माना है और कार्रवाई जारी रखी है. CJI ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से उत्तरी दिल्ली के मेयर, उत्तरी DMC कमिश्नर और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को यथास्थिति के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है.