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Lakshmi Visa Ganapathi Temple: यहां वीजा के लिए मुराद मांगने आते हैं श्रद्धालु, जानें अनोखे गणपति मंदिर की कहानी

देश भर में धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। तमिलनाडु के चेन्नै में भगवान गणेश का एक मंदिर (Lakshmi Visa Ganapathi Temple) ऐसा है जहां विदेश जाने के इच्छुक लोग वीजा बनने में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए आते हैं।

इस खास मंदिर का नाम ही पड़ गया है लक्ष्मी वीजा गणपति मंदिर (Lakshmi Visa Ganapathi Temple)। गणेश चतुर्थी के मौके पर इस मंदिर में खूब भीड़ उमड़ी और भक्तों ने भगवान गणेश से मन्नतें मांगी।

चेन्नै का लक्ष्मी वीजा गणपति मंदिर

चेन्नै के पझवंथंगल के वृंदावन नगर स्थित लक्ष्मी वीजा गणपति मंदिर (Lakshmi Visa Ganapathi Temple) के पुजारियों की थाली में फूल और नारियल के साथ वीजा पेपर भी दिखाई देंगे। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां स्थित भगवान की प्रार्थना करने पर आपके वीजा पेपर आसानी से तैयार हो जाएंगे जिसके बाद आप आसानी से अपने पसंदीदा देश की सैर कर सकते हैं।

विदेश जाने वाले लोगों ने मांगी थी वीजा की मुराद

हालांकि मंदिर निर्माण के वक्त ऐसा कोई इरादा नहीं था। इस मंदिर को 1987 में स्वर्गीय आर जगन्नाथन ने अपने आवास के बाहर बनवाया था। स्थानीय किवदंतियों के अनुसार 2009 में ऑफिशल ट्रिप पर विदेश जाने वाले कुछ लोगों ने अपने कागजात भगवान के सामने रखे और प्रार्थना की। इसके बाद जल्द ही उनका वीजा तैयार होकर आ गया।

बेटे और बहू कर रहे मंदिर की देखरेख

इसके बाद से ही जगन्नाथन ने तय किया कि मंदिर का नाम लक्ष्मी वीजा गणपति रखा जाए। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जगन्नाथन का निधन हो गया। तबसे उनके बेटे जे मोहन बाबू पत्नी संगीता के साथ मिलकर मंदिर की देखरेख कर रहे हैं।

कोविड काल में घट गई थी श्रद्धालुओं की संख्या

मोहन बताते हैं, ‘महामारी के दौरान, लॉकडाउन और प्रतिबंध के चलते मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ी कमी आई थी लेकिन पिछले कुछ महीने से लोग फिर से भगवान के दर्शन के लिए आने लगे हैं।’

यूएस और कनाडा जाने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा

यूं तो मंदिर में कई भक्त आते हैं लेकिन यूएस और कनाडा के लिए वीजा बनवाने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक रहती है। इन भक्तों में आईटी कर्मचारी, स्टूडेंट्स और परिवार शामिल रहते हैं जिनकी मुराद एक ही होती है कि विदेश जाने के लिए जल्द ही वीजा मिल जाए।

वीजा इंटरव्यू के लिए जाने से पहले मंदिर के दर्शन

मोहन बताते हैं कि ऐसा कई बार हुआ है कि वीजा इंटरव्यू के लिए चेन्नै आने वाले लोग एयरपोर्ट या स्टेशन से सीधे मंदिर आए हैं। कुछ का मानना है कि मंदिर में दर्शन के बाद वाणिज्य दूतावास जाते हैं तो वीजा प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है। वे लोग ईश्वर के लिए अर्चनाई का आयोजन करते हैं।

मंदिर में दर्शन के बाद जिनके वीजा में सफलतापूर्वक मुहर लग जाती है वे भी दोबारा यहां आते हैं। मोहन कहते हैं, ‘कुछ भक्त इतने खुश होते हैं कि अभिषेकम का आयोजन भी कराते हैं। भले ही शहर के बाहर होने के चलते इसमें शामिल न हो पाएं।’