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Chandra Grahan 2022: सूर्य ग्रहण के बाद अब लगने जा रहा चंद्र ग्रहण, जानें कितना है खतरनाक?

Chandra Grahan 2022: दिवाली के एक दिन बाद यानी कि 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग चुका है। अब साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) लगने जा रहा है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और 8 नवंबर को लगेगा। इस दिन देव दीपावली भी मनाई जाएगी।

हालांकि, चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) की वजह से ज्योतिषी के जानकार देव दीपावली को एक दिन पहले मनाने की बात कह रहे हैं। भारत के कई हिस्सो में यह आंशिक रूप से दिखाई देगा। इस दौरान कई ऐसे कार्य हैं, जिनको करना वर्जित माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) पर किन बातों का ध्यान रखना है।

इस समय लगेगा सूतक

चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) 8 नंवबर 2022 को मंगलवार के दिन लगेगा। यह शाम 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और 6 बजकर 18 मिनट पर जाकर समाप्त होगा। सूतक की शुरुआत सुबह 09 बजकर 21 मिनट से शुरू जाएगी और इसका समापन शाम 06 बजकर 18 मिनट पर होगा।

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यहां दिखेगा ग्रहण

चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) उत्तरी और पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में देखा जा सकेगा। वहीं, भारत की बात करें तो यह कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी पर देखा जा सकेगा।

इन बातों का रखें ध्यान

चंद्र ग्रहण के दौरान खासकर गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें। उनको खास सावधानी बरतनी होगी। इस दौरान किसी भी धार्मिक कार्यों को करने की मनाही है। ऐसे में सूतक काल आरंभ होने के बाद पूजा-पाठ नहीं करने चाहिए। इस दौरान यात्रा करना भी अशुभ माना गया है। ऐसे में यात्रा करने से बचें।

न करें ये काम

चंद्र ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। इस दौरान किसी भी तरह के धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करना काफी शुभ होता है। स्नान के बाद दान भी करना चाहिए।

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चंद्रग्रहण से जुड़ी खास बातें-

  • हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे प्रांरभ हो जाता है। साल का दूसरा व आखिरी चंद्रग्रहण भारत में देखा जा सकेगा।
  • चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार, 08 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर शाम 07 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।
  • मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल में विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को खास बरतनी चाहिए।
  • चंद्रग्रहण का सूतक काल अशुभ माना जाता है। इस ग्रहण का सूतक काल 09 घंटे पहले प्रारंभ होता है और ग्रहण खत्म होने के बाद समाप्त हो जाता है।
  • सूतक काल प्रारंभ होने के बाद पूजा-पाठ आदि शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
  • चंद्रग्रहण के दौरान यात्रा करना बेहद अशुभ माना जाता है। इसलिए ग्रहण काल में यात्रा से बचना चाहिए।
  • चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए और न ही धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए।