Placeholder canvas

10वीं पास बनेंगे इंजीनियर, CSJMU ने शुरू किए चार नए इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स

10वीं पास युवा अब न सिर्फ विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर सकेंगे बल्कि विश्वविद्यालय उन्हें इंजीनियर बनाएगा। छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी (CSJMU), कानपुर ने इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए बीटेक के साथ इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की है। दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विवि ने इस वर्ष डिप्लोमा इन केमिकल टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग व डिप्लोमा इन मटलर्जिकल इंजीनियरिंग कोर्स की शुरुआत की है।

विवि में संचालित यूआईईटी (यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) में बीटेक व एमटेक की पढ़ाई होती है। विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए इंडस्ट्री से साझा कर कोर्स में बदलाव और नए कोर्स पर चर्चा की। इंडस्ट्री को डिग्री की तरह डिप्लोमा विशेषज्ञों की भी मांग है। इंडस्ट्री को डिप्लोमा के पर्याप्त व योग्य विशेषज्ञ नहीं मिल रहे हैं।

कुलपति ने छात्रों के भविष्य व इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए इंजीनियरिंग के चार नए डिप्लोमा कोर्स शुरू किए हैं। विवि में चारों कोर्स के कोऑर्डिनेटर बनाए हैं। इसमें केमिकल टेक्नोलॉजी का डॉ. अरुण कुमार गुप्ता, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का डॉ. विशाल अवस्थी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग का रामेंद्र सिंह और मटलर्जिकल इंजीनियरिंग का डॉ. विजय कुमार कश्यप को कोऑर्डिनेटर बनाया गया है।

विज्ञान व गणित विषय अनिवार्य
विवि में शुरू हुए चार नए डिप्लोमा कोर्स में हाईस्कूल पास योग्यता रखी गई है। हाईस्कूल में विज्ञान व गणित विषय को अनिवार्य रखा गया है।

प्राइवेट पॉलीटेक्निक से सस्ती फीस
सीएसजेएमयू में शुरू हुए इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स की फीस भी छात्रहित में कम रखी गई है। सामान्य तौर पर प्राइवेट पॉलीटेक्निक की फीस प्रति वर्ष 45 से 50 हजार के करीब रहती है। जबकि विवि में शुरू हुए पाठ्यक्रम की फीस 40 हजार रुपये है।

अच्छी लैब व फैकल्टी का मिलेगा लाभ
सीएसजेएमयू में छात्रों के लिए एक अच्छा मौका होगा। उन्हें बीटेक स्तर की अत्याधुनिक लैब में प्रैक्टिकल करने का मौका मिलेगा। साथ ही डिग्री प्रोग्राम पढ़ाने वाले शिक्षक से डिप्लोमा छात्रों को अधिक लाभ मिलेगा।

केमिकल टेक्नोलॉजी
पॉलीमर प्रोसेसिंग, फर्टिलाइजर इंडस्ट्री, पेट्रोलियम रिफाइनरी, पेट्रोलियम इंडस्ट्री, ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन, फूड इंडस्ट्री, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री, पेंट एंड डाई इंडस्ट्री, रबर इंडस्ट्री, टेक्सटाइल इंडस्ट्री, टेस्टिंग एंड क्वालिटी कंट्रोल।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
एनटीपीसी, पीजीसीआईएल, टाटा स्टील, इंडियन ऑयल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री, डिजिटल कंप्यूटर्स, पॉवर इंजीनियरिंग, टेलीकम्युनिकेशन।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग
रेलवे, हॉस्पिटल, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस, कंस्ट्रक्शन कंपनी, ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट, टेलीकम्युनिकेशन, पीडब्ल्यूडी।

मटलर्जिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल कंपनी, मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब्स, कंस्ट्रक्शन कंपनी, फैब्रीकेशन यूनिट, मेटल यूनिट, इंजीनियरिंग वर्कशॉप।