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Most Expensive Number Plate: 122 करोड़ रुपये की नंबर प्लेट, Luxurious Car खरीदने वालों के भी उड़े होश

Worlds Most Expensive Number Plate: महंगी कार का शौक अक्सर लोगों में देखने को मिल जाता है। कोई करोड़ों की फरारी रखता है तो किसी के पास सपनों की ऑडी होती है। इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए लोग पानी की तरह पैसा बहा देते हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ना सिर्फ कार बल्कि उसके नंबर प्लेट के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने को तैयार हैं। पिछले हफ्ते एक ऐसा वाकया हुआ भी है, जहां एक नंबर प्लेट (Worlds Most Expensive Number Plate) के लिए 122 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

दरअसल, दुबई में ‘मोस्ट नोबल नंबर्स’ की निलामी में कार (Worlds Most Expensive Number Plate) का नंबर प्लेट पी7 रिकॉर्ड 5.5 करोड़ दिरहम (लगभग 1,22,61,44,700 रुपए) में बिका है। शनिवार रात हुई निलामी में 1.5 करोड़ दिरहम से बोली की शुरुआत की गई। कुछ ही सेकेंड में बोली तीन करोड़ दिरहम के पार पहुंच गई। एक समय 3.5 करोड़ दिरहम पर जाकर कुछ देर के लिए बोली रुक गई। यह बोली टेलीग्राम ऐप के संस्थापक और मालिक फ्रेंच एमिराती कारोबारी पावेल वालेरिविच डुरोव ने लगाई थी।

इससे मिले पैसे का यहां होगा इस्तेमाल

एक बार फिर तेजी से बढ़ती हुई बोली 5.5 करोड़ दिरहम पर पहुंच गई। यह बोली पैनल सात ने लगाई थी, जिसने अपनी पहचान गुप्त रखने की इच्छा जाहिर की है। प्रत्येक बोली पर भीड़ ने जमकर तालियां बजाईं। जुमेरा के फोर सीजन नामक होटल में हुए इस कार्यक्रम में कई अन्य वीआईपी नंबर प्लेट और फोन नंबरों की भी नीलामी हुई।

नीलामी से करीब 10 करोड़ दिरहम (2.7 करोड़ डॉलर) जुटाए गए जो रमजान के दौरान लोगों को खाना खिलाने के लिए दिए जाएंगे। कार प्लेटों और एक्सक्लुजिव मोबाइल नंबरों की नीलामी से कुल 9.792 करोड़ दिरहम मिले। इस कार्यक्रम का आयोजन अमीरात ऑक्शन, दुबई के सड़क एवं परिवहन प्राधिकरण और दूरसंचार कंपनियों एतिसलात तथा डू द्वारा किया गया था। ‘पी 7’ सूची में सबसे ऊपर रहा।

टूटा पुराना रिकॉर्ड

दरअसल बोली लगाने वालों में कई लोग 2008 के मौजूदा रिकॉर्ड को तोड़ना चाहते थे, जब एक व्यवसायी ने अबू धाबी की नंबर 1 प्लेट के लिए 5.22 करोड़ दिरहम की बोली लगाई थी। इस नीलामी का पूरा पैसा ‘वन बिलियन मील्स’ अभियान को सौंप दिया जाएगा जिसकी स्थापना वैश्विक भूखमरी से निपटने के उद्देश्य से की गई थी। रमजान की दान भावना के अनुरूप, दुबई के उपराष्ट्रपति एवं शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद द्वारा की गई थी।