इलेक्ट्रिक कारों की माइलेज बढ़ा देंगे ये खास टिप्स, चार्जिंग करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान

इलेक्ट्रिक कारों ने कुछ ही समय में तेजी से ऑटोमोबाइल मार्केट में अपनी पैठ बना ली है. लोग भी फ्यूचर की इस टेक्नोलॉजी को पसंद करने लगे हैं. हालांकि इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर जो सबसे बड़ी समस्या का सामना अभी भी सब कर रहे हैं वे है इसकी चार्जिंग. इसकी चार्जिंग में लगने वाला समय और कम चार्जिंग स्टेशंस अभी भी इसकी बिक्री में बड़ी समस्या बनते हैं.

इलेक्ट्रिक कारों के चार्ज करने के लिए घर पर भी सेटअप इतना आसान नहीं होता है खासकर उन लोगों के लिए जो फ्लैट्स में रहते हैं. वे फास्ट चार्जिंग पॉइंट्स नहीं लगा पाते हैं, नॉर्मल चार्जर से बैटरी को चार्ज करने में 8 से 9 घंटे का समय लग जाता है. ऐसे में कुछ आसान टिप्स को यदि हम फॉलो करें तो इलेक्ट्रिक कार से बेहतर रेंज मिल सकती हे साथ ही इसे चार्ज करने में भी कम समय लगेगा.


कैसे करें चार्ज

इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को कभी भी 10 प्रतिशत के नीचे नहीं होने देना चाहिए. क्योंकि दस प्रतिशत के नीचे और 80 प्रतिशत के ऊपर बैटरी को चार्ज होने में सबसे ज्यादा समय लगता है. ऐसे में जब बैटरी 20 प्रतिशत के आसपास हो तभी इसे चार्ज करने की कोशिश करें. वहीं जब तक जरूरी न हो बैटरी को 80 प्रतिशत से ज्यादा चार्ज न करें.

बैटरी को जरूरत से ज्यादा चार्ज कभी नहीं करें, इससे बैटरी की लाइफ कम होती है साथ ही इसकी एफिशिएंसी भी कम होती है. जरूरत से ज्यादा चार्ज करने पर कुछ ही समय में बैटरी की रेंज कम होने लगेगी.

कार की जितनी कैपेसिटी हो उतने ही लोड पर चलाएं, यानि कार यदि 5 सीटर है तो उसमें पांच से ज्यादा लोग न बैठाएं, साथ ही कम से कम लगेज कैरी करें. ज्यादा लोड कैरी करने पर मोटर पर लोड आता है और बैटरी ज्यादा खर्च होती है.

नई टेक्नोलॉजी की कारें रीजनरेटिव ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं, ऐसी ही कारों को खरीदें. इन कारों में ब्रेक एप्लाई करने पर बैटरी को चार्ज मिलता है. हालांकि ये ज्यादा नहीं होता है लेकिन फिर भी ये बैटरी पावर को स्टोर्ड रखने में काफी मदद करता है.

घर में सोलर पैनल लगवाएं, इलेक्ट्रिक कार के चार्जिंग सॉकेट को उससे कनेक्ट करवाएं, इन पैनल्स को लगवाने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको बैटरी चार्ज करने में किसी भी तरह का खर्च नहीं आएगा.

कार को हमेशा गैराज में पार्क करें. कार को चार्ज भी धूप में न करें. ज्यादा टेंपरेचर हमेशा इलेक्ट्रिक कारों के लिए खतरनाक होता है. टेंपरेचर ज्यादा होने पर इलेक्ट्रिक कारों की रेंज भी कम हो जाती है. वहीं धूप में चार्ज करने से इसका बैटरी लॉस भी ज्यादा होता है.

कार को ज्यादा तेज स्पीड में न चलाएं, जितना ज्यादा कार को रेव करेंगे उतनी ही ज्यादा बैटरी कंज्यूम होगी. ओवरस्पीड करने पर बैटरी पैक पर लोड आएगा और ये तेजी से बैटरी को ड्रेन करेगा. इसके कारण आपको कार की कम रेंज मिलेगी.