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मुसीबत में घिरे Adani Group ने एक झटके में चुकाया SBI का 1,500 करोड़ का कर्ज

मुसीबत में घिरे अडानी ग्रुप (Adani Group) ने निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए अपना कर्ज कम करना शुरू कर दिया है। गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुवाई वाले इस ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (APSEZ) ने 1,500 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है। साथ ही कंपनी ने और कर्ज चुकाने का वादा किया है।

अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप (Adani Group) पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इसके बाद से ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। ग्रुप का मार्केट कैप 135 अरब डॉलर कम हो गया है। ग्रुप का जोर अब आक्रामक तरीके से विस्तार करने के बजाय फाइनेंशियल पोजीशन को दुरुस्त करने पर है।

ग्रुप (Adani Group) के इस कदम को निवेशकों का भरोसा कायम करने की नजर से देखा जा रहा है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि एपीएसईजेड ने एसबीआई म्यूचुअल फंड के बकाया 1,500 करोड़ रुपये सोमवार को चुका दिए और मार्च में भी कंपनी भुगतान योजना के मुताबिक 1,000 करोड़ रुपये चुकाएगी।

प्रवक्ता ने बताया, यह भुगतान मौजूदा नकदी और कारोबारी परिचालन से मिली राशि से किया गया है।’ अडानी ग्रुप कर्ज चुकाकर निवेशकों और कर्जदाताओं का विश्वास बहाल करने की उम्मीद कर रहा है। अडानी ग्रुप का कुल कर्ज सितंबर, 2022 में 2.26 लाख करोड़ रुपये था और उसके पास नकदी 31,646 करोड़ रुपये थी।

कैसे उतरेगा कर्ज

APSEZ ने आठ फरवरी को कहा था कि वह अप्रैल से शुरू हो रहे फाइनेंशियल ईयर में 5,000 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान करेगा और ग्रुप अगले महीने 50 करोड़ रुपये के ब्रिज लोन का भुगतान करेगा। इसी महीने फ्रांस की कंपनी TotalEnergies ने कहा था कि वह अडानी ग्रुप के ग्रीन हाइड्रोजन प्लान में निवेश करने से पहवले इंडिपेंडेंट ऑडिट का इंतजार करेगी।

Bernstein Research के मुताबिक Adani Green मार्च 2025 तक अपना 22,000 करोड़ रुपये का कर्ज उतारने की स्थिति में है लेकिन इसके लिए अपने एसेट्स बेचने होंगे, मौजूदा निवेशकों से फ्रेश पूंजी जुटानी होगी, कुछ योजनाओं को छोड़ना होगा और नए प्रोजेक्ट्स से परहेज करना होगा।