Placeholder canvas

Adani Group ने चुकाया ₹21000 करोड़ रुपये का लोन, छुड़ाए 4 कंपनियों के गिरवी रखे शेयर

अडानी ग्रुप (Adani Group) ने मार्च तिमाही के दौरान करीब 3 अरब डॉलर (21 हजार करोड़ रुपये) के कर्ज का भुगतान किया है। इस मामले पर नजर रखने वाले दो व्यक्तियों के अनुसार ग्रुप ने गिरवी रखे शेयर को छुड़ाने के साथ-साथ 3 घरेलू म्यूचुअल फंड कंपनियों को भुगतान किया है। बता दें, इससे पहले किसी भी क्वार्टर में अडानी ग्रुप ने इतने बड़े अमाउंट में कर्ज अदायगी नहीं की थी।

कहां से आया अडानी ग्रुप के पास इतना पैसा?

इस पूरे मामले पर नजर रखने वाले व्यक्ति के अनुसार, जीक्यूजी पार्टनर्स के 1.88 बिलियन डॉलर के निवेश और प्रमोटर ग्रुप के 1 बिलियन डॉलर की फंडिंग का प्रयोग इस कर्ज अदायगी के लिए किया गया है। रेगुलेटर को दी जानकारी के अनुसार अडानी ग्रुप (Adani Group) ने समूह की 4 कंपनियों (अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन) के गिरवी रखे शेयर को छुड़ाने के लिए 2.54 अरब डॉरल का भुगतान किया है।

किस-किस कंपनी में घटाए गए गिरवी शेयर

मार्च तिमाही के समाप्त होने तक अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Group) के गिरवी रखे शेयर घटकर 0.44 प्रतिशत ही रह गए थे। जोकि पहले 1.94 प्रतिशत थे। अडानी पोर्ट्स के गिरवी रखे शेयर 11.28 प्रतिशत से घटकर 2.84 प्रतिशत, अडानी ट्रांसमिशन में 4.92 प्रतिशत से घटकर 2.69 प्रतिशत और अडानी ग्रीन एनर्जी 2.65 प्रतिशत से घटकर 2 प्रतिशत रह गए हैं।

किन भारतीय म्युअचल फंड कंपनियों को किया गया भुगतान?

कंपनी के इंटरनल नोट्स के अनुसार अडानी ग्रुप ने एसबीआई म्युचुअल फंड्स को बेचे गए 3650 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर्स, आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड को 500 करोड़ रुपये और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड को 450 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इस पूरे मसले पर अडानी ग्रुप की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है।

मुश्किल दौर में जीक्यूजी पार्टनर्स का मिला सहारा

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इस मुश्किल दौर में अडानी ग्रुप को जीक्यूजी पार्टनर्स का सहारा मिला था। अमेरिकी फर्म ने 2 मार्च को अडानी एंटरप्राइजेज के 3.4 प्रतिशत शेयर, अडानी पोर्ट्स के 4.1 प्रतिशत शेयर, अडानी ट्रांसमिशन के 3.5 प्रतिशत शेयर और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 3.5 प्रतिशत शेयर खरीदे थे। इसके लिए जीक्यूजी पार्टनर्स ने 1.88 अरब डॉलर या फिर 15,446 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।