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लोन लेकर विदेश घूमने वाले लोगों भारतीयों की संख्या में जोरदार उछाल: रिपोर्ट

भारत में कर्ज लेकर विदेश घूमने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कोरोना संकट की वजह से 2 साल तक टूर एंड ट्रेवल्स पर कारोबार पर विराम लग गया था, जिसके बाद कंपनियों ने ट्रेवल नाउ पे लेटर (Travel Now Pay Later) स्कीम निकाली है. इसके बाद पैसे की तंगी से जूझ रहे लोग भी विदेश यात्रा पर निकलने लगे हैं. पैसे की दिक्कत की वजह से विदेश नहीं जा पाने वाले लोगों के सामने ट्रैवल नाऊ पे लेटर के रूप में एक बेहतरीन विकल्प मिल गया है. इसके साथ ही बैंक से लोन लेकर भी विदेश घूमने वाले जाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है.

ट्रैवल एंड टूरिज्म सेक्टर इस वजह से पिछले कुछ समय से शानदार कारोबारी ग्रोथ देख रहा है. बैंक, ट्रैवल कंपनियों और थर्ड पार्टी कर्जदारों की तरफ से ट्रैवल नाऊ पे लेटर जैसे विकल्प मिलने की वजह से अब लोगों के विदेश घूमने का सपना आसानी से सच हो रहा है और वह इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं.

विदेश घूम कर आने के बाद अपनी नौकरी या कारोबार से मासिक किस्त के रूप में उन्हें यह रकम चुकाने की सुविधा मिल रही है. ट्रैवल मार्केट में बाय नाऊ पे लेटर सेगमेंट तेजी से ग्रोथ कर रहा है. इसमें बड़ी संख्या आईटी पेशेवरों और हनीमून पर जाने वाले लोगों की है.

ट्रेवल सेक्टर में बाय नाऊ पे लेटर इस समय कुल कारोबारी वैल्यू का करीब 1 फीसदी है, अगले साल तक इस सेगमेंट का कारोबार बढ़ कर 5 फ़ीसदी पर पहुंचने की उम्मीद है. अगर बड़ी ट्रैवल एजेंसी की बात करें तो उनके पास इस तरह का लोन लेने वाले ग्राहकों की संख्या में 40 फ़ीसदी तक का उछाल आ गया है.

मसलन थॉमस कुक के पास ऐसे ग्राहकों की संख्या 25 फ़ीसदी बढ़ी है जो लोन लेकर विदेश में छुट्टियां मनाने जाना चाहते हैं. थॉमस कुक इंडिया के प्रेसिडेंट राजीव काले ने कहा, “3 से 13 महीने की पेमेंट ऑप्शन के साथ लोगों को विदेश घूमने के लिए कर्ज उपलब्ध करा रही है. इसके लिए कई बैंकों से करार किया गया है.”

इंटरनेशनल ट्रेवल के लिए लिए जाने वाले लोन का औसत आकार ₹1.5 लाख का है. चेन्नई की ट्रैवल कंपनी मदुरई ट्रैवल सर्विसेज ने कहा है कि जनवरी से जून 2022 के बीच हनीमून पर विदेश जाने वाले युवाओं की संख्या 30 फीसदी बढ़ी है जो लोन लेकर अपना ट्रेवल करना चाहते हैं. इसके साथ ही छोटे परिवार भी अब कर्ज लेकर विदेश यात्रा पर निकलना चाहते हैं और बाद में उसे मासिक किस्त के रूप में चुकाना चाहते हैं. देश में कारोबार कर रही ट्रेवल कंपनियां बैंक से करार कर इस तरह का लोन ग्राहकों को उपलब्ध करा रही है.