यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड जीत के बाद भाजपा ने पहली बार विधान परिषद में भी बहुमत हासिल कर लिया। स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र की विधानपरिषद की नौ सीटें बीजेपी पहले ही निर्विरोध जीत चुकी थी। आज 27 सीटों के लिए हुई मतगणना में भी 24 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार जीते। 36 में से कुल 33 सीटों पर बीजेपी कब्जा करने में कामयाब रही है। सिर्फ तीन सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा। इसमें से एक आजमगढ़, दूसरी वाराणसी और तीसरी प्रतापगढ़ की सीट रही।
आजमगढ़ से बीजेेपी के निष्कासित पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह रिशु ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीता तो वाराणसी बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह जीतीं। बीजेपी के अलावा जनसत्ता दल अकेली ऐसी पार्टी रही जिसे इस चुनाव में जीत हासिल हुई। राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने प्रतापगढ़ सीट से जीत हासिल की। जिन नौ सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर चुके थे उनमें लखीमपुर खीरी से अनूप कुमार गुप्ता, बांदा-हमीरपुर से जितेन्द्र सेंगर, एटा-मैनपुरी-मथुरा से आशीष यादव, ओम प्रकाश सिंह, बुलंदशहर से नरेन्द्र भाटी, अलीगढ़ से ऋषिपाल, हरदोई से अशोक अग्रवाल, मिर्जापुर-सोनभद्र से श्याम नारायण सिंह और बदायूं से वागीश पाठक शामिल हैं।
अविनाश सिंह चौहान ने रचा इतिहास
कानपुर-फतेहपुर स्थानीय प्राधिकरण के विधान परिषद सदस्य चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज करके सपा से सीट छीन ली है। अविनाश सिंह चौहान ने जीत दर्ज कर इस सीट पर पहली बार भाजपा का परचम फहराया है। भाजपा के लिए ये सीट बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे पहले कभी जीत नहीं मिली थी।
कानपुर-फतेहपुर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन में भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह ने बड़ी जीत दर्ज करके मजबूती दी है। फतेहपुर कलेक्ट्रेट में सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना के बाद पहले ही राउंड में परिणाम का रुझान आ गया। मतगणना पूरी होने पर भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह को प्रथम वरीयता में 4619 मत हासिल हुए, जबकि सपा प्रत्याशी दिलीप सिंह उर्फ कल्लू को मात्र 299 मत हासिल हुए। प्रथम वरीयता क्रम की गिनती में ही अविनाश ने जीत का परचम फहरा दिया। भाजपाइयों ने विजेता प्रत्याशी को फूल- मालाओं से ल
18 साल बाद भाजपा का रामपुर- बरेली एमएलसी सीट पर कब्जा
रामपुर बरेली एमएलसी सीट पर 18 साल बाद भाजपा ने कब्जा कर लिया। भाजपा उम्मीदवार कुंवर महाराज सिंह ने एकतरफा जीत हासिल की। 4752 वोटों में से 4227 मत कुंवर महाराज सिंह के पक्ष में पड़े। समाजवादी पार्टी के मशकूर अहमद 401 वोट ही हासिल कर सकें। निर्दलीय अच्छन अंसारी को 16 वोट मिले हैं 108 वोट निरस्त घोषित किए गए।
सपा के गढ़ इटावा में भी बीजेपी के प्रांशु दत्त द्विवेदी की जीत
समाजवादी पार्टी के गढ़ और अखिलेश यादव परिवार की कर्मभूमि रही इटावा में भी बीजेपी की जीत हुई है। वहां बीजेपी के प्रांशु दत्त द्विवेदी ने सपा को हराकर जीत का परचम लहरा दिया है।
विधानपरिषद चुनाव में इस शानदार जीत के बाद बीजेपी पूरे प्रदेश में जश्न मना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्यों को और पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के लिए बधाई दी है।
योगी ने ट्विटर पर लिखा, ”आज उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनावों में बीजेपी की प्रचण्ड विजय ने पुनः स्पष्ट कर दिया है कि आदरणीय प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रदेश की जनता राष्ट्रवाद, विकास एवं सुशासन के साथ है.”