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सिर्फ महिलाओं का इलाज करते थे ये Doctor साहब, दर्ज हो गई FIR

कटनी: बड़वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम विलायतकलां में एक झोलाछाप डॉक्टर(Doctor) महिलाओं की जान से खिलवाड़ करते हुए क्लीनिक खोलकर इलाज करते हुए बांझपन दूर करने का दावा करता था। लगातार झोलाछाप डॉक्टर(Doctor) की फर्जी डिग्री लेकर उपचार करने की शिकायतें मिल रहीं थीं। जिसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग से गठित तीन सदस्यी डॉक्टरों(Doctor) की टीम ने दबिश दी।

जांच करते हुए आपत्तिजनक दवाएं व अन्य उपचार सामग्री पाई है जिन्हें जब्त करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया है। झोलाछाप डॉक्टर(Doctor) के विरुद्ध बड़वारा थाने में एफआइआर दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप मुढ़िया के निर्देशन में जांच टीम गठित की गई।

जांच टीम में डॉ. राजेश केवट, डॉ. समीर सिंघई, नितिन तपा ने विलायतकलां में संचालित गोल्डन क्लीनिक डॉ. राकेश कुमार सिंह की क्लीनिक में दबिश दी। क्लीनिक की जांच की। जांच में पाया कि यह फर्जी डॉक्टर(Doctor) है। जिस रोग आदि का उपचार किया जा रहा है उस संबंध में कोई भी डिग्री नहीं है।

मिलीं प्रतिबंधित व आपत्तिजनक दवाएं– जांच के दौरान क्लीनिक में गर्भधारण से संबंधित आत्तिजनक दवाएं व सामग्री भी जब्त की गई है। बताया जा रहा है कि यह झोलाछाप डॉक्टर(Doctor) ग्रामीण क्षेत्र के लोगाें का फर्जी तरीके से इलाज करता था। महिलाओं के बांझपन को भी दूर करने का दावा करता था। लगातार शिकायतें मिल रहीं थी, जिसके आधार पर जांच कार्रवाई की गई है। क्लीनिक में दवाओं का भी भंडार पाया गया है। इस पर टीम ने दवाएं व सामग्री जब्त करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया है।

दर्ज हुई एफआइआर– जांच टीम की रिपोर्ट पर बड़वारा पुलिस ने फर्जी डॉक्टर(Doctor) के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। थाना प्रभारी अंकित मिश्रा ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर(Doctor) के खिलाफ धारा मप्र उपचार्य गृह तथा रजोपचार्य संबंधी स्थापनाएं पंजीकृत व अनुज्ञापन अधिनियम 1973 संसोधन अधिनियम 2008 की धारा 3 व धारा 8 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए मामले की जांच की जा रही है।

विलायतकला में बिना डिग्री व पंजीयन के झोलाछाप चिकित्सक मरीजाें का उपचार कर रहा था। जांच के दौरान आपत्तिजनक दवाएं व समाग्री मिली है, जिन्हें जब्त करते हुए क्लीनिक सील कराते हुए एफआइआर दर्ज कराई गई है।