सर्दी की शुरुआत के साथ ही अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) और दिल से जुड़ी समस्याओं (Heart-Related Problems) के मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया जा रहा है।
एक मीडिया सर्वेक्षण में पाया कि लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) और राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RMLIMS) में नवंबर से स्ट्रोक के मामलों में 50% की वृद्धि देखी जा रही है। बताया गया है कुछ इसी तरह का आंकड़ा बाकी जिलों में भी है।
50% मरीजों का हुआ इजाफा
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि केजीएमयू में नवंबर से रोजाना स्ट्रोक के औसतन छह मामले सामने आ रहे थे। लेकिन अब यह संख्या 10-12 के आसपास हो गई है। इसी तरह आरएमएलआईएमएस में तीन मामलों के औसत से यह आंकड़ा 5-6 हो गया है।
इसके अलावा दिल के मरीजों की संख्या में भी 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इससे पहले केजीएमयू में एक दिन में हार्टअटैक के 12-14 मामले सामने आते थे, जो अब 16-18 हो गए हैं। इसी तरह आरएमएलआईएमएस में रोजाना मामले पांच से सात मामले सामने आ रहे हैं।
सर्दियों में इस प्रकार की होती है परेशानियां
चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो तापमान में अचानक हुई गिरावट ने सांस संबंधी संक्रमण और रक्त वाहिकाओं के सिकुड़ने की शिकायत होती है, जिससे ब्लडप्रेशर में वृद्धि होती है। इससे लोगों को ब्रेन हैमरेज, इस्केमिक (क्लॉट) स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने और धमनी में रुकावट होने का खतरा है।
उन्होंने बताया कि हृदय रोग और उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को तत्काल डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अपनी दवाओं की खुराक के बारे में परामर्श करनी चाहिए।
इस उम्र के लोग रहे सावधान
केजीएमयू के न्यूरोलॉजी विभाग के फेकल्टी मेंमर प्रोफेसर रवि उनियाल ने बताया कि यदि कोई पहले से ही उच्च रक्तचाप से पीड़ित है और 40 वर्ष से ज्यादा आयु का है, विशेष रूप से सिरदर्द रहता है, उन्हें सर्दियों में डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। अपने ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए।
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