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OMG: 121 सालों से यहां पर जल रहा है एक बल्ब, क्यों और कैसे, किसी को नहीं पता

घर को रौशन करने के लिए बल्ब ज़रूरी है. आजकल मार्केट में LED की भरमार है. वो क्या है न CFL और 100 वाट वाले बल्ब के ज़माने लद गए हैं. LED इनसे सुंदर भी है और ज़्यादा दिन चलता भी है. हम भी एक बार LED बल्ब लेकर आए थे, लेकिन सस्ता वाला दुकानदार बोला था कि सालों-साल चलेगा.

मगर घर पर वो बल्ब लाकर लगाया तो दो दिन भी नहीं चला, पैसे तो गंवाए ही घरवालों की चार बातें सुनी सो अलग. तब से कान पकड़ लिए कि जब भी बल्ब लाएंगे तो कंपनी का और गारंटी वाला ही. हमारा बल्ब तो दो दिन भी नहीं चला, लेकिन आज हम आपको जिस बल्ब की कहानी बताने जा रहे हैं वो 2-5 नहीं पूरे 121 सालों जलता जा रहा है.

इसे बल्ब की दुनिया का सबसे ब़ुज़ुर्ग बल्ब कहना ग़लत न होगा. ये पिछले 121 सालों से बंद नहीं हुआ है और इसका नाम Guinness Book of World Records में भी दर्ज़ है. आइए इस बल्ब के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.

इस धमाकेदार और टिकाऊ बल्ब का नाम है Centennial Light. ये 1901 से जलता ही जा रहा है और आज तक ख़राब नहीं हुआ, होता तो आज हम इसकी बात थोड़े कर रहे होते. ख़ैर वापस कहानी पर लौटते हैं. ये बल्ब Livermore कैलिफ़ोर्निया के फ़ायर डिपार्टमेंट में लगा है. इस बल्ब की कहानी इसके रिकॉर्ड से ज़्यादा दिलचस्प है.

दरअसल, इस बल्ब को इलेक्ट्रीशियन Adolphe A. Chaillet ने अपनी कंपनी Shelby Electric के लिए बनाया था. इसमें आम बल्ब की जगह कार्बन का फ़िलामेंट लगा है. आमतौर पर बिजली वाले लट्टूओं में टंगस्टन का फ़िलामेंट लगाया जाता है. तो भैया Chaillet ने टंगस्टन की जगह कार्बन का फ़िलामेंट इसलिए लगाया था ताकि ये बल्ब सालों साल चल सके, लेकिन उन्हें क्या अंदाज़ा था ये इतने साल जलने का रिकॉर्ड बना डालेगा.

बस 22 मिनट के लिए बंद हुआ था

बरसों पुराना ये बल्ब कितने वाट का है ये भी किसी को नहीं पता. कोई कहता है 30 तो कोई 60, लाइट भी बड़ी डिम है, बिल्कुल नाइट बल्ब जैसी. इस बल्ब को Dennis Bernal 1901 में फ़ायर डिपार्टमेंट को उपहार के रूप में भेजा था. पहली बार इसने Hose Cart House को रौशन किया. इसके बाद ये घूमते-फिरते अपनी करंट लोकेशन पर आ पहुंचा. यहां ये लगातार जल रहा है बस 1972 को 22 मिनट के लिए बंद किया गया था.

इस पर डॉक्यूमेंट्री और सीरियल भी बन चुके हैं

तब इस फ़ायर स्टेशन को दूसरी जगह शिफ़्ट किया गया था और जाते-जाते यहां के फ़ायर फ़ाइटर्स इसे भी अपने साथ ले गए थे. इसे होल्डर से निकालने के बजाए तार से काटकर निकाला गया था. इस बल्ब पर वैज्ञानिक रिसर्च भी कर चुके हैं पर कोई ये नहीं बता पाता कि ये इतने सालों से कैसे जलता आ रहा है. इस बल्ब की सुरक्षा के लिए Livermore फ़ायर स्टेशन में चारों तरफ़ कैमरे लगे हैं. इस पर कई डॉक्यूमेंट्री और सीरियल बन चुके हैं. 2014 में इसके लगातार 1 लाख घंटे तक जलने का रिकॉर्ड बनाने पर जश्न भी मनाया गया था.