छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. कोरिया के बैकुंठपुर के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इसके बाद लोग भागते हुए मरीज को स्ट्रेचर पर डॉक्टर के घर ले गए. इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है.
अस्पताल ने बयान जारी करके दी सफाई
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिला अस्पताल ने बयान जारी किया है. अस्पताल सिविल सर्जन के एल ध्रुव के मुताबिक, परिवार चाहता था कि मरीज का इलाज बैकुंठपुर के जिला अस्पताल के एक नामी डॉक्टर से कराएं. उन्होंने कहा, ‘मैंने इस बारे में पूछताछ की है. ये लोग दोपहर 1.30 बजे आए और वे बैकुंठपुर के एक नामी डॉक्टर से उसकी जांच करवाना चाहते थे. वे बिना किसी को बताए मरीज को स्ट्रेचर पर डॉक्टर के घर ले गए.’
बंद था अस्पताल का ओपीडी
सिविल सर्जन ने बताया कि डॉक्टर ने मरीज को देखा और परिवार से उसे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा. अब मरीज का इलाज अस्पताल में चल रहा है. यह पूछे जाने पर कि अस्पताल प्रशासन घटना से अनजान कैसे रहा, उन्होंने कहा कि यह घटना अस्पताल के ओपीडी के बंद होने के बाद हुई. उन्होंने कहा, ‘ये मामला दोपहर 1.30 बजे का और हमारी ओपीडी दोपहर 1 बजे बंद हो जाती है. मैं अस्पताल से दोपहर 2.30 बजे निकला और किसी ने मुझे इसकी सूचना नहीं दी.’
बलिया से भी सामने आया ऐसा मामला
इस बीच, उत्तर प्रदेश के बलिया में, पेट्रोल की कमी के कारण एम्बुलेंस द्वारा कथित तौर पर उसे लेने से इनकार करने के बाद एक मरीज को हाथ की गाड़ी पर अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नीरज पांडे ने आरोप लगाया कि एम्बुलेंस उसी दिन बनारस से लौटी थी, जिसके कारण उसमें पर्याप्त पेट्रोल नहीं था. उन्होंने कहा, ‘हम घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए कदम उठा रहे हैं.’
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