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उत्तराखंड में उमड़ी पर्यटकों की भीड़, मसूरी के होटल हुए हाऊसफुल, पर्यटकों ने गाड़ियों में बिताई रात

छुट्टियों का लुत्फ उठाने उत्तराखंड में पर्यटकों की भीड़ उमड़ने का सिलसिला जारी है। मसूरी-नैनीताल समेत तमाम हिल स्टेशन में बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं।

इसके चलते होटल-गेस्ट हाउस पैक हो गए हैं। साथ ही सड़कों पर मीलों लंबा जाम लग रहा है। मसूरी में क्षमता से अधिक वाहन पहुंचने से दिनभर वाहन रेंगकर आगे बढ़े। जबकि, होटल न मिलने से कई पर्यटक बैरंग लौट गए।

वहीं बड़ी संख्या में पर्यटक वाहनों में रात गुजारने को मजबूर हुए। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। नैनीताल में जरूर हालात कुछ सामान्य रहे।

वहीं बड़ी संख्या में पर्यटक वाहनों में रात गुजारने को मजबूर हुए। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। नैनीताल में जरूर हालात कुछ सामान्य रहे।

शनिवार को भी पर्यटकों का मसूरी आने का क्रम जारी रहा। शहर के लगभग सभी होटल-गेस्ट हाउस पूरी तरह से फुल रहे। दिनभर पर्यटक स्थल कंपनी गार्डन, भट्ठाफाल, गन हिल, चार दुकान, मसूरी झील, बुरांशखंडा, धनोल्टी पर्यटकों से गुलजार रहे। कैम्पटीफाल में पर्यटकों का रेला उमड़ने से दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।

वहीं, शुक्रवार रात लाइब्रेरी बाजार में पर्यटकों की चहलकदमी जारी रही। होटल न मिल पाने के कारण गांधी चौक के बैंड स्टैंड (हवा घर) में पर्यटक वाहनों में सोए। रेस्टोरेंट संचालक राजेंद्र सिंह कंडारी ने बताया कि रात को खाना खत्म होने पर ज्यादातर रेस्टोरेंट बंद हो गए थे, जिसके बाद पर्यटक चाय, मैगी और बन आमलेट खाते नजर आए।

व्यवस्था पर उठे सवाल

मसूरी में तीन दिन से पर्यटकों के उमडऩे का सिलसिला जारी है। जिसके चलते भयंकर जाम लग रहा है। होटल-गेस्ट हाउस भी फुल हैं। ऐसे में न तो पुलिस और प्रशासन जाम से निजात दिला पा रहा है और न ही पर्यटकों के ठहरने की कोई व्यवस्था की जा रही है।

उप जिलाधिकारी नरेश चंद्र दुर्गापाल ने बताया कि मसूरी होकर पर्यटक अन्य गंतव्यों के लिए भी जाते हैं, इसलिए पर्यटकों को मसूरी आने से नहीं रोका जा रहा है।

वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि नगर पालिका के जो रैनबसरे हैं, वहां वर्तमान में शिफनकोट के कुछ विस्थापित रह रहे हैं।

आने वाले दिनों में नगर पालिका बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाकर अतिरिक्त रैनबसेरा बनाने का प्रस्ताव लाएंगे। अतिरिक्त रैनबसेरा तैयार होने के बाद भविष्य में सैलानी यहां ठहर सकेंगे।

एंट्री प्वाइंट पर पर्यटक वाहन रोकने से नैनीताल में स्थिति सामान्य

नैनीताल में दो साल बाद ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन पटरी पर लौटते ही सरोवर नगरी की फिजा बदल गई। होटल, सरकारी व निजी गेस्ट हाउस के साथ पार्किंग स्थल पर्यटक वाहनों से पट गए।

कारोबारियों के भी चेहरे खिल उठे हैं। जाम की समस्या से निपटने को पर्यटक वाहनों को एंट्री प्वाइंट पर रोक शटल सेवा से शहर भिजवाया जा रहा है। इससे शहर के भीतर जाम से काफी राहत मिली है।

दो दिन पूर्व से शनिवार रात तक पर्यटकों की नैनीताल में आवाजाही बनी रही। शहर के हिमालय दर्शन, केव गार्डन, चिडिय़ाघर, बड़ा बाजार, तिब्बती बाजार, पंत पार्क पर्यटकों से पटे रहे।

नैनीताल में होटल और पार्किंग फुल

नैनीताल के पार्किंग स्थल पैक होने के बाद शनिवार सुबह से ही हल्द्वानी रोड पर रूसी बाईपास और कालाढूंगी रोड पर नारायण नगर में वाहनों को पार्क करवाकर शटल सेवा से पर्यटकों को शहर भेजा गया। वहीं भवाली की ओर से आ रहे वाहनों को ज्योलीकोट, रूसी बाईपास होते हुए डायवर्ट किया गया।

घंटों इंतजार, बैठने की व्यवस्था नहीं

रूसी बाईपास क्षेत्र से नैनीताल तक करीब 10 किमी की दूरी तय करने के लिए शटल सेवा में 15 वाहन लगाए गए हैं। पर्यटकों की भारी भीड़ जुटने से शटल सेवा में लगे वाहन कम पड़ गए। काफी देरी के बाद वाहन पहुंचने और रूसी क्षेत्र में बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण पर्यटकों को घंटों इंतजार करना पड़ा।