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संभलकर, 141 दिन इन चार राशियों पर ‘खतरा’, शनिदेव चल रहे हैं उल्टी चाल

शनि जयंती के बाद शनिदेव वक्री चाल यानी उल्टी चाल शुरू करेंगे। शनि जयंती 30 मई को है और 5 जून को शनि उल्टी चाल शुरू हो जाएगी। शनि की उल्टी चाल 05 जून देर रात 03 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगी। इसके बाद शनि कुंभ राशि में 23 अक्टूबर तक वक्री अवस्था में रहेंगे। इस तरह से शनि कुल 141 दिन वक्री अवस्था में रहेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शनि की उल्टी का चाल प्रभाव 4 राशि वालों को मुश्किलों में डाल सकता है। इस दौरान इन राशि वालों को बेहद संभलकर रहने की सलाह दी जाती है।

मेष- शनि के वक्री होते ही मेष राशि वालों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उधार दिए पैसे के वापस होने की कम संभावना है। किसी बड़े निवेश में पैसा लगाने से पहले अपने शुभचिंतकों की सलाह अवश्य लें। वैवाहिक जीवन में भी वक्री शनि का प्रभाव पड़ेगा। घर कलह या विवाद हो सकता है। अगर आपके रिश्ते की बात चल रही है तो इस पर प्रभाव पड़ सकता है।

कर्क- कर्क राशि वाले किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। कर्क राशि वालों के लिए यह 141 दिन आर्थिक मोर्चे पर भी कष्टकारी साबित हो सकते हैं। वक्री शनि होने से आपके बनते काम बिगड़ सकते हैं। इस अवधि में अगर आप कोई जरूरी काम करने की सोच रहे हैं तो कुछ समय के लिए टाल दें।

मकर- मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव भी इस राशि के जातकों पर है। वक्री शनि आपके करियर पर विपरीत असर डालेंगे। करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वाणी व गुस्से पर काबू रखें। कार्यस्थल पर उच्च अधिकारियों के साथ रिश्ते खराब हो सकते हैं।

कुंभ- शनि आपकी राशि में ही विराजमान हैं। शनि वक्री होते ही इस राशि के शादी-विवाह से जुड़े मामलों पर प्रभाव डालेंगे। दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। आपको वाणी और व्यवहार में सुधार लाना होगा। पैसों के मामले में लापरवाही बिल्कुल न बरतें।