उभरी, मुड़ी या सूजी हुई नसें पैरों पर असर करती हैं क्योंकि चलने पर इन नसों पर ज्यादा दबाव या प्रेशर (Pressure) पड़ता है. गर्मी बढ़ने पर वैरिकोज नसों को भूल से भी नजरअंदाज ना करें.
वैरिकोज नसों के कारण
जब नसें (Veins) बड़ी हो जाती हैं या फैल जाती हैं या फिर खून से भर जाती हैं, तब वैरिकोज नसें कहलाती हैं. जब हमारा रक्त ठीक तरह से प्रवाहित (Blood Flow) नहीं हो पाता है तो नसें सूज जाती हैं. ऐसा होने के कारण इनमें दर्द भी होने लगता है.
क्या हैं वैरिकोज नसों के लक्षण?
आपको नसों के आसपास के एरिया में खुजली महसूस हो या देर तक बैठने या खड़े रहने के बाद दर्द (Pain) हो तो समझ जाएं कि आप इसका शिकार बन चुके हैं. इसके अलावा आपके पैरों में भारीपन या निचले पैरों में सूजन (Swelling) भी हो सकती है. बता दें कि गर्मियों में वोरिकोज नसों की समस्या बढ़ सकती है. नसों के आसपास की स्किन का रंग बदलना भी वैरिकोज नसों के लक्षणों में से एक है.
कैसे निपट सकते हैं?
पैरों में सही ब्लड फ्लो के लिए आप लेटकर अपने पैरों को कुछ तकियों पर रखकर रेस्ट दे सकते हैं. डॉक्टर (Doctor) की सलाह के बाद आप स्ट्रेचिंग या व्यायाम (Exercise) कर सकते हैं. इसके अलावा आप पैरों की मालिश भी कर सकते हैं लेकिन आपको नसों पर दबाव डालने से बचना चाहिए. डॉक्टर की सलाह से आप कंप्रेशन स्टॉकिंग्स (Compression Stockings) भी पहन सकते हैं.
हाइड्रेशन है जरूरी
ज्यादा से ज्यादा पानी पीकर अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड (Hydrated) रखने की कोशिश करें. इसके अलावा आपको शराब के सेवन से दूर रहना चाहिए. अच्छी नींद लें और रेस्ट (Rest) करें. ज्यादा देर तक बैठे रहने से बचें जिससे आपके पैरों में खून जमा ना हो सके. साथ ही ढीले कपड़े पहनने की कोशिश करें, इससे नसों (Veins) पर दबाव नहीं पड़ेगा. इस सबके अलावा आप ठीक फिटिंग वाले जूते ही पहनें.
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