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फिर याद आए सुशांत राजपूत, जब नाव से ननिहाल पहुंचकर पूरी की मां की मन्नत

सुशांत सिंह राजपूत के लाखों फैन्स के साथ-साथ बिहार और बिहार के कोसी क्षेत्र में रहने वाले लोग कभी नहीं भूल सकते। इस दिन ही कोसी का लाल, बिहार का गौरव और प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। मुंबई के बांद्रा स्थित अपने आवास पर वे मृत पाए गए थे।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत किसी रहस्य से कम नहीं, जिससे आजतक पर्दा नहीं उठ सका है। सुशांत की मां का घर यानी उनका ननिहाल बिहार के खगड़िया जिले में है। यहां बागमती नदी के किनारे बसे चौथम प्रखंड अंतर्गत बौरने स्थान गांव में उनकी यादें जुड़ी हुई हैं।


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यहां पहुंचने के लिए आवागमन की समुचित सुविधा नहीं है। नाव ही बौरने स्थान पहुंचने का एक मात्र साधन है। आम हो अथवा खास सभी को नाव से बागमती नदी पारकर बौरने स्थान जाना पड़ता है। ऐसे में अंतिम बार जब सुशांत सिंह राजपूत यहां आए थे, तो नाव पर सवार हुए थे। 

सुशांत सिंह राजपूत नाव से नदी पार कर पहुंचे थे ननिहाल

13 मई 2019 को सुशांत सिंह राजपूत अपने ननिहाल मुंडन कराने आए थे। इस दौरान वे नाव पर सवार हुए और गांव पहुंचे। उन्होंने तेगाछी घाट से नाव पकड़ी थी और फिर बौरने घाट पहुंचे थे। उनके पांच मामा बिरेंद्र प्रसाद सिंह, हरेंद्र प्रसाद सिंह, शिवेंद्र प्रसाद सिंह, राघवेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह सभी सहरसा में रहते हैं। बौरने स्थान स्थित मकान में ताला जड़ा हुआ है। कभी कभार ही उनके मामा यहां आते हैं।

मां की मन्नत पूरी करने आए थे सुशांत

सुशांत सिंह राजपूत अपनी मां को बहुत प्यार करते थे। दिवंगत मां ऊषा देवी ने बौरने स्थान स्थित भगवती स्थान में मन्नत मांगी थी। अपनी मां की उसी मन्नत को पूरा करने अभिनेता यहां पहुंचे। इस दौरान उनके साथ पिता कृष्ण किशोर सिंह, चचेरे भैया विधायक (अब सूबे की सरकार में मंत्री) नीरज कुमार बबलू, भाभी तत्कालीन विधान पार्षद नूतन सिंह भी मौजूद थीं।

सुशांत का हंसता हुआ चेहरा आज भी याद है

सुशांत सिंह राजपूत के रिश्ते में ममेरा भाई बौरने स्थान निवासी युवराज सिंह कहते हैं, ‘उस दिन को हमलोग नहीं भूल सकते हैं। बौरने स्थान में सुशांत के साथ फोटो खिंचने, सेल्फी लेने की होड़ मच गई। वे भी हंसी-खुशी यहां से गए थे। सुशांत का हंसता हुआ वह चेहरा आज भी याद है।’

वे आगे कहते हैं- सुशांत आत्महत्या नहीं कर सकते थे। आज भी हमलोगों को न्याय की आस है। स्थानीय रणवीर कुमार सिंह कहते हैं- उनकी मौत पर सस्पेंस अबतक बरकरार ही है। इस पर से जल्द पर्दा उठना चाहिए। बौरने स्थान के ही बम बहादुर सिंह समेत पूर्व उपप्रमुख अभयकिशोर आनंद उर्फ गोपाल राय, पंसस अनिल कुमार सिंह, सीपीआइ नेता प्रभाकर प्रसाद सिंह आदि ने कहा कि सुशांत की मौत पर से पर्दा उठने का इंतजार है।

बताते चलें कि उन्होंने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत 2013 में आई फिल्म काय पो छे! से की थी। 2016 में उनकी फिल्म एमएस धोनी: द अनटाल्ड स्टोरी आई, जिसने बाक्स ऑफिस में धमाल मचा दिया। इस सुपरहिट फिल्म के बाद बाद सुशांत सिंह राजपूत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।