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स्कूलों में बदल जाएगा पढ़ाने का तरीका, सरकार ने उठाया बड़ा कदम

कोरोना काल के बाद स्कूली शिक्षा में डिजिटलाइजेशन का दौर शुरू हो गया था इसी को लेकर एक और बड़ी खबर है। अब छत्तीसगढ़ के स्कूली छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास में पढ़ाई की व्यवस्था कराई जा रही है। स्कूलों में संपर्क टीवी डिवाइस की मदद से स्मार्ट क्लास में पढ़ाई कराई जाएगी । स्कूल विभाग के इस कदम से बच्चों को गणित और अंग्रेजी जैसे कठिन विषयों को सरलता से समझाने में मदद मिलेगी। वहीं इससे प्राथमिक स्तर के बच्चों की शिक्षा रूचिकर बनेगी। प्राथमिल स्कूलों में इस नवाचार में तकनीकी सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और संपर्क फाउंडेशन के बीच तीन वर्ष के लिए एमओयू हुआ है। संपर्क फाउंडेशन सरकार को हर तरह की सुविधा मुहैया कराएगा ताकि बच्चों की स्मार्ट क्लास अच्छी सुविधाओं के साथ संचालित हो सके।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में गणित के लिए और अंग्रेजी के लिए 19 जिलों के 30 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 5वीं तक के प्राइमरी स्कूल के बच्चों के सीखने की क्षमता को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य प्राथमिक लक्ष्य संपर्क स्मार्ट शालाओं (एसएसएस) को पढ़ाने के लिए अच्छे से अच्छा बनाना है SCHOOL BIG NEWS।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

इस नवाचार के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि एससीईआरटी और संपर्क के मध्य हुई साझेदारी छत्तीसगढ़ के प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लिए सीखने में मददगार बनेगा। साथ ही इसके दूसरे बेहतर परिणाम भी मिलेंगे। यह कवायद छत्तीसगढ़ को शिक्षा के मामले में देश के अग्रणी प्रदेशों में शामिल करने में सार्थक होगा।

अभी इन राज्यों में हो रहा संचालन

वर्तमान में संपर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम 7 राज्यों- छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 84 हजार प्राथमिक स्कूलों में संचालित हो रहा है। इस कार्यक्रम का फायदा एक करोड़ से अधिक बच्चों को मिल रहा है। एक सर्वे के अनुसार जिन स्कूलों में संपर्क स्मार्ट क्लास लागू की गई है, वहां गणित और अंग्रेजी में ग्रेड स्तर के प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों की तादाद में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है