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सोनिया गांधी से दूसरे दिन की पूछताछ खत्म, बुधवार को भी ED ने बुलाया

कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार (26 जुलाई) को करीब छह घंटे तक पूछताछ की। सोनिया गांधी से सुबह के सत्र में तीन घंटे और लंच के बाद भी लगभग तीन घंटे ईडी ने पूछताछ की। शाम को सात बजे के बाद सोनिया गांधी पूछताछ खत्म होने पर ईडी कार्यालय से निकलीं। सोनिया गांधी को तीसरे दिन यानि की बुधवार को भी पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है।

वहीं पूछताछ के विरोध में पार्टी नेता और कार्यकर्ता पूरे देश में धरना-प्रदर्शन और सत्याग्रह करते रहे। पार्टी सांसदों के साथ राहुल गांधी भी राजधानी के विजय चौक के पास धरने पर बैठ गए। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। राहुल के अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल समेत कई सांसदों को हिरासत में लिया गया है। कांग्रेस के ये सभी सांसद पार्लियामेंट से राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च करते हुए जा रहे थे।

एजेंसी कांग्रेस प्रमोटेड यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड, जो नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिक है, में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले 21 जुलाई को उनसे पहले दौर की पूछताछ की गई थी। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारी विरोध-प्रदर्शन किया था। मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के सदस्यों ने भी ईडी के सम्मन का विरोध किया। पार्टी ने पहले राजघाट पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी, लेकिन अधिकारियों से अनुमति नहीं मिल पाई।

पहले दौर में एजेंसी ने 75 वर्षीय सोनिया गांधी से दो घंटे से अधिक समय तक सवाल-जवाब किए थे। एजेंसी ने उनके सामने 28 सवाल रखे थे, जिनके जवाब उन्होंने दिए। शुरुआत में एजेंसी ने उन्हें सोमवार को तलब किया था लेकिन इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया था।

सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने सीआरपीएफ और आरएएफ कर्मियों सहित भारी फोर्स तैनाती की थी। उनके आवास और प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के बीच पूरे एक किमी की दूरी तक बैरिकेड्स लगाए गए थे। दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के पास भी भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए थे।

2013 में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ यहां की एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच पर संज्ञान लिया था। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और अधिकतम शेयरधारकों में से हैं। राहुल गांधी की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है।

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने लगाया था धन के दुरुपयोग का आरोप
स्वामी ने गांधी और अन्य लोगों पर धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग की साजिश रचने का आरोप लगाया था, जिसमें यंग इंडियन ने कांग्रेस को असोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के बकाया 90.25 करोड़ रुपए की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपए का भुगतान किया था। पिछले साल फरवरी में दिल्ली हाई कोर्ट ने गांधी परिवार को नोटिस जारी कर स्वामी की याचिका पर जवाब मांगा था। ईडी ने अप्रैल में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से इस मामले में पूछताछ की थी।