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पाकिस्तान पर कुदरत की ‘मार’, 3.3 करोड़ लोग हुए बेघर, भूख से मर रही जनता

नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार ने देश में आई विनाशकारी बाढ़ से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर मंगलवार को 16 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता मुहैया कराने की अपील की है। पाकिस्तान सरकार ने मॉनसून की बारिश के कारण देश में आई विनाशकारी बाढ़ से निपटने के लिए एक नोडल आपदा एजेंसी का गठन किया है। बाढ़ के चलते देश में करीब 3.3 करोड़ लोग विस्थापित हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से देश भर में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर सोमवार को 1,136 हो गई, जबकि 1,634 व्यक्ति घायल हुए हैं और 3.3 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।

पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसन इकबाल ने मंगलवार को कहा कि बाढ़ से तबाह हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए देश को 10 अरब डॉलर से अधिक की आवश्यकता होगी, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग तीन प्रतिशत है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय बाढ़ प्रतिक्रिया एवं समन्वय केंद्र का गठन किया, जिसमें आपदा से निपटने के लिए संघीय मंत्री, सशस्त्र बलों के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री और विशेषज्ञ शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने किया ट्वीट

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘केंद्र आपदा प्रबंधन अधिकारियों, दानदाताओं और सरकारी संस्थानों के बीच एक सेतु का काम करेगा। यह नवीनतम जानकारी एकत्र करेगा और उसका विश्लेषण करेगा तथा इसे संबंधित सरकारी एजेंसियों को मुहैया कराएगा। यह बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण सहित बचाव एवं राहत कार्यों की भी देखरेख करेगा।’ इस बीच, पाकिस्तान सरकार और संयुक्त राष्ट्र ने विनाशकारी बाढ़ से निपटने में देश की मदद करने के लिए 16 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता मुहैया करने की संयुक्त रूप से एक अपील की।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि पाकिस्तान बाढ़ के कारण गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है और भारी बारिश तथा बाढ़ के कारण व्यापक प्रभाव पड़ा है। गुतारेस ने कहा कि इस राशि से 52 लाख लोगों को भोजन, पानी, स्वच्छता, आपातकालीन शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी मदद दी जा सकेगी। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब पाकिस्तान सरकार और संयुक्त राष्ट्र द्वारा संयुक्त रूप से मंगलवार को ‘2022 पाकिस्तान बाढ़ प्रतिक्रिया योजना (एफआरपी)’ की इस्लामाबाद और जिनेवा में एक साथ शुरुआत की गई। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य भाषण दिया। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस का वीडियो संदेश जारी किया गया।

सामान्य से ज्यादा हुई है बारिश

बिलावल ने कहा कि औसत से अधिक मानसून के कारण हम इस समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जलवायु के कारण तबाही का एक बिल्कुल नया स्तर है और प्रकृति सभी को संदेश भेज रही है। मंत्री ने कहा कि 72 जिले आपदा प्रभावित घोषित किये गये हैं और 33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, कनाडा ने 50 लाख अमेरिकी डालर की पाकिस्तान को सहायता देने की घोषणा की है, जबकि चीन सरकार ने पाकिस्तान सरकार को 10 करोड़ युआन देने का वादा किया है।

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स ने सोमवार को हार्दिक संवेदना व्यक्त की। पाकिस्तान के राष्ट्रपति को भेजे एक संदेश में, प्रिंस चार्ल्स ने कहा, ‘मैं और मेरी पत्नी पाकिस्तान में हाल में आयी बाढ़ से हुई तबाही से बहुत दुखी हैं। सभी बाढ़ पीड़ितों और उनके प्रियजनों तथा उन लाखों लोगों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने संपत्ति और अपनी आजीविका खो दी है।’

‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में नदियों में भारी जल प्रवाह से सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तटबंधों के टूटने का खतरा उत्पन्न हो गया है। ‘डॉन’ अखबार के अनुसार, सिंध प्रांत में मूसलाधार बारिश जारी है, कई एकड़ खेत की उपजाऊ मिट्टी बह गई है, जिससे 1.6 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है। इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक अंतरराष्ट्रीय अभियान के जरिए बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए पांच अरब रुपये जुटाये हैं। खान ने कहा, ‘लोग पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकारों द्वारा खोले गये दो बैंक खातों में दान दे सकते हैं।’