Mulayam Singh yadav 1
Mulayam Singh yadav 1

उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक कुनबे के मुखिया मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh yadav) की गंभीर हालत के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती है। प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के बड़े-बड़े राजनेता उनका हालचाल ले रहे हैं। डॉक्टर की टीम उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की सेहत पर नजर रखें हुए हैं। तो वहीं, सपा कार्यकर्ता उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

लेकिन आज हम आपको मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh yadav) के ऐसे प्रसंग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था। दरअसल हम बात कर रहे हैं मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) और उनके प्रेम प्रसंग की।

साधना के नजदीक आने की मुलायम की मुख्य वजह

एक महिला वरिष्ठ पत्रकार के द्वारा लिखी गई किताब के मुताबिक, शुरुआत में साधना और मुलायम (Mulayam Singh yadav Sadhna Gupta) की आम मुलाकातें होती थीं, लेकिन मुलायम की मां की वजह से दोनों करीब आए।

मुलायम की मां मूर्ति देवी बीमार रहती थीं। साधना ने लखनऊ के एक नर्सिंग होम और बाद में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मूर्ति देवी की देखभाल की। वहीं, मेडिकल कॉलेज में एक नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी, उस समय साधना वहां मौजूद थीं और उन्होंने नर्स को ऐसा करने से रोक दिया। साधना की वजह से ही मूर्ति देवी की जिंदगी बची थी। मुलायम सिंह यादव इसी बात से इम्प्रेस हुए और दोनों की रिलेशनशिप शुरू हो गई।

मुलायम की दूसरी पत्नी थीं साधना

मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता (Mulayam Singh yadav Sadhna Gupta) सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सौतेली मां हैं। साधना गुप्ता नेता मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी हैं। साल 2003 में अखिलेश यादव की मां मालती देवी के निधन के बाद मुलायम सिंह ने साधना गुप्ता को अपनी पत्नी का दर्जा दिया था। मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव उनकी दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे हैं।

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अमर सिंह का रहा अहम रोल

बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के रिश्ते को हवा देने में अमर सिंह का अहम रोल रहा है। साल 2007 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जांच से बचने के लिए मुलायम सिंह यादव ने यह स्वीकार कर लिया था कि साधना गुप्ता उनकी दूसरी पत्नी हैं और उनका एक बेटा प्रतीक है। इसी के बाद पूरे देश को पता चला कि मुलायम की एक और पत्नी व उनसे एक बेटा है। वहीं, बताया ये भी जाता है कि प्रतीक यादव के स्कूल फॉर्म पर पिता का नाम एमएस यादव और एड्रेस में नेता जी के ऑफिस का पता दिया था। मीडिया खबरों के मुताबिक, मुलायम सिंह की मां मूर्ति देवी के बीमारी के समय साधना गुप्ता ही उनका ख्याल रखती थीं।

सपा कार्यकर्ता रही हैं साधना गुप्ता

साधना गुप्ता सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से 20 साल छोटी थीं। साधना समाजवादी पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में काम कर चुकी थीं। वहीं, मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी के निधन और साधना गुप्ता के पति चंद्र प्रकाश गुप्ता से अलग होने के बाद वो तत्कालीन सपा मुखिया के संपर्क में आ गई थी।

साधना गुप्ता की मुलायम सिंह के साथ दूसरी शादी है। उनकी पहली शादी 4 जुलाई साल 1986 मे फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता के साथ हुई थी। हालांकि, ये शादी ज्यादा दिन नहीं टिक सकी और दोनों अलग हो गए। साधना गुप्ता मुलायम की जिंदगी में 1988 में आईं और 1989 में मुलायम सीएम बन गए। इसके बाद से ही वह साधना को लकी मानने लगे थे।

पिता से नाराज बताए जाते हैं अखिलेश !

वहीं बताया ये भी जाता है कि अखिलेश यादव ने साधना गुप्ता को अपने परिवार में कभी जगह नहीं दी। वह मानते हैं कि साधना गुप्ता और अमर सिंह के चलते उनके पिताजी ने उनकी मां के साथ न्याय नहीं किया। अखिलेश नहीं चाहते थे कि मुलायम सिंह यादव इस रिश्ते को स्वीकार करें। इसका असर दोनों भाईयों के बीच भी दिखता है।

साधना के बेटे हैं प्रतीक यादव

बता दें कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दो शादियां हुई हैं। इनकी पहली पत्नी मालती देवी का 2003 में निधन हो गया था। इनके बेटे अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे। दूसरी पत्नी साधना गुप्ता से प्रतीक यादव बेटे हैं, जोकि बिजनेस मैन हैं और उनकी बहू व प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव बीजेपी नेता हैं।


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