Mulayam Singh Yadav 4
Mulayam Singh Yadav 4

Mulayam Singh Yadav Passed Away Live: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का आज निधन हो गया है। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। पिछले एक महीने से उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्‍पताल में इलाज चल रहा था।

मुलायम के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), सीएम योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi), बसपा चीफ मायावती (Mayawati) समेत तमाम नेताओं ने शोक जताया है। उनका (Mulayam Singh Yadav) अंतिम संस्‍कार इटावा के पैतृक गांव सैफई में किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे सैफई

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ 4:35 बजे इटावा के सैफई पहुंचे। इसके बाद से वह पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे थे।

सैफई पहुंचा मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पार्थिव शरीर का काफिला लेकर शाम 5.23 बजे सैफई पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं और समर्थकों का हुजूम उमड़ा और जब तक सूरज चांद रहेगा नेता जी का नाम रहेगा के नारे गूंजे। यहां बड़ी संख्‍या में लोग उनकी आखिरी झलक देख लेना चाहते हैं। मुलायम सिंह अमर रहे के नारे से गूंज रहा है माहौल। लोग एक झलक नेताजी की पा लेना चाहते हैं।

मथुरा से लेकर आगरा तक लोगों ने नम आंखों से ‘नेता जी’ को दी अंतिम विदाई

गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का पार्थिव शरीर यमुना एक्सप्रेस वे होते हुए सैफई के लिए ले जाया गया है। इस दौरान जब शव यात्रा मथुरा के मांट और बाजना से गुजरी तो वहां पहले से मौजूद लोगों की भीड़ ने अपने नेता को अंतिम विदाई दी। इसके बाद ये यात्रा आगरा के खंदौली टोल प्लाजा पर पहुंची। यहां पहले भी पहले से ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं और लोगों की भीड़ जमा हुई थी। शव यात्रा को देख लोगों की आंखे नम हो गईं।

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चंदन की लकड़ी से होगा मुलायम सिंह यादव के शव का अंतिम संस्कार

सपा संरक्षक और यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार चंदन की लकड़ी से होगा। इत्रनगरी कन्नौज से लकड़ी और फूल लेकर समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष सैफई पहुंचे हैं।

बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने जताया अफसोस

बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर अफसोस जताया। उन्‍होंने अल्लाह से उनकी आत्मा की शांति के लिए मांगी दुआ। इक़बाल ने कहा नेता जी मुलायम सिंह जी समाजवादी रहे। समाज सबका होता है वो चाहे हिन्दू ,मुस्लिम, सिख, ईसाई हो वे समाज के बीच के नेता रहे। सबके लोकप्रिय नेता रहे। वह इस समाज मे जिस तरह से सभी के बीच अच्छी तरह रहे उनको ऊपर वाला भी इसी तरह से अच्छी जगह दे।

अंसारी ने कहा, जब मुलायम मुख्यमंत्री रहे उन्होंने अयोध्या में किया था काम। राम की पैड़ी को बनाने का उनका सहयोग पूरा रहा। भगवान ऋषि देव राजघाट पार्क बनाने में भी उनका सहयोग रहा। अयोध्या में जो भी उन्होंने काम किया है वह हमेशा याद किया जाएगा।

अयोध्या में नेताजी को भावभीनी श्रद्धांजलि

नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर समाजवादी पार्टी कार्यालय अयोध्या में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। समाजवाद पार्टी कार्यालय लोहिया भवन गुलाब बाड़ी पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर गहरा शोक प्रगट किया गया।

निवर्तमान जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव व निवर्तमान महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण वास्तव के नेतृत्व में पार्टी कार्यालय पर स्वर्गीय नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई और पार्टी कार्यालय पर 3 दिनों के लिए पार्टी का झंडा झुका दिया गया ।

नेताजी अब हमारे बीच नहीं रहे, यह स्‍वीकार कर पाना कठिन: शिवपाल यादव

छोटे भाई शिवपाल यादव ने मुलायम के निधन पर दुख व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने कहा कि आदरणीय नेता जी अब हमारे बीच नहीं हैं, इस सत्य को स्वीकार कर पाना कठिन है। हम सभी के ऊर्जा के स्रोत और अभिभावक आदरणीय नेता जी अब हमारे बीच नहीं हैं. इस सत्य को स्वीकार कर पाना कठिन है. आप हमारी स्मृतियों व विचारों में सदैव जीवित रहेंगे। मेरे अग्रज, हम सभी के ऊर्जा के स्रोत और अभिभावक आदरणीय नेता जी अब हमारे बीच नहीं हैं। इस सत्य को स्वीकार कर पाना कठिन है। आप हमारी स्मृतियों व विचारों में सदैव जीवित रहेंगे।

2017 विधानसभा चुनाव में अखिलेश को सौंप दी थी गद्दी

मुलायम सिंह यादव ने 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को पूर्ण बहुमत मिलने पर यादव ने अपनी गद्दी अपने बेटे अखिलेश यादव को सौंप दी। जनवरी 2017 में अखिलेश के सपा अध्यक्ष पद पर काबिज होने के बावजूद मुलायम की सपा में हैसियत ‘नेताजी’ के रूप में बनी रही। यादव ने अपने राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे। हर सफलता और विफलता में वह सपा कार्यकर्ताओं के नेताजी के तौर पर स्थापित रहे। वर्ष 2016 में अखिलेश और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच तल्खी से उत्पन्न बगावत के बाद भी मुलायम सिंह यादव ही वह शख्सियत रहे जिनकी मौजूदगी परिवार की एकजुटता की आस जगाती थी। मुलायम सिंह ने राजनीति की सभी संभावनाओं की थाह ली थी।

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राहुल ने जताया दुख, बोले- मुलायम जमीनी राजनीति से जुड़े एक सच्चे योद्धा थे

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का शोक संदेश- मुलायम सिंह यादव जी का निधन एक बेहद दुखद समाचार है। वो ज़मीनी राजनीति से जुड़े एक सच्चे योद्धा थे। मैं अखिलेश यादव समेत सभी शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।

मुलायम सिंह यादव के निधन पर सोनिया गांधी ने जताया शोक

सोनिया गांधी ने अपने शोक संदेश में लिखा है- मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज़ आज मौन हो गई। देश के रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मुलायम सिंह का योगदान सदा अविस्मरणीय रहेगा। उससे कहीं ज़्यादा, शोषितों और वंचितों के लिए उनका संघर्ष सदैव याद किया जाएगा। देश के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए जब भी जरूरत पड़ी, उनका साथ हमेशा कांग्रेस को मिला है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। उनके परिवार और समर्थकों के लिए यह अत्यंत दुःख की घड़ी है। मेरी संवेदनाएं अखिलेश यादव और उनके परिजनों के साथ है। दिवंगत आत्मा को नमन और भावभीनी श्रद्धांजलि।


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