Placeholder canvas

भारत से मलेशिया खरीदेगा तेजस विमान, खबर आते ही HAL के शेयर बन गए ‘तेजस’

मलेशियाई वायुसेना द्वारा भारत में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Ltd – HAL) द्वारा बनाए जाने वाले लड़ाकू विमान तेजस (Tejas) को खरीदने की खबर आते ही HAL के शेयरों में जबरदस्‍त उछाल आया.

सोमवार को इंट्राडे में कंपनी के शेयर 3.50 फीसदी की तेजी के साथ 1,805 रुपये पर पहुंच गए. बाद में शेयरों में थोड़ी गिरावट आई और 2.81 फीसदी की तेजी के साथ 1,784.95 रुपये पर बंद हुआ. एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक माधवन ने मलेशिया द्वारा भारत के तेजस विमान खरीदने संबंधी जानकारी दी‍ है.

तेजस, HAL द्वारा निर्मित सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जो उच्च-खतरे वाले वायु वातावरण में उड़ान भरने में सक्षम है. पिछले साल फरवरी में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48000 करोड़ रुपये का सौदा किया था.

भारत ने तेजस के एमके 2 संस्करण के साथ-साथ पांचवीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) को विकसित करने के लिए 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया है.

चीन के फाइटर प्‍लेन को पछाड़ा

मलेशिया अपने पुराने लड़ाकू विमानों के बेड़े को बदलने पर विचार कर रहा है. एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक माधवन ने एक साक्षात्कार में पीटीआई को बताया कि चीन के जेएफ-17 जेट (China’s JF-17 jet), दक्षिण कोरिया के एफए-50 (South Korea’s FA-50) और रूस के मिग-35 (Russia’s Mig-35) के कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद मलेशिया ने भारतीय एयरक्राफ्ट पर अपनी रुचि जाहिर की है.

आर माधवन ने कहा कि तेजस की खरीद के लिए हो रही बातचीत अंतिम दौर में है. पता चला है कि चीनी JF-17 सस्ता दे रहा था, लेकिन यह तेजस Mk-IA वैरियेंट के टेक्निकल पैरामीटर्स के मुकाबले हल्‍का साबित हो रहा था.

भारत दे रहा अच्‍छा ऑफर
भारत मलेशिया को अच्छा पैकेज ऑफर कर रहा है. अगर मलेशिया तेजस विमान खरीदता है तो वहां मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसमें मलेशिया अपने सुखोई-30 विमानों की मरम्मत भी करा पाएगा. मलेशिया सुखोई-30 विमानों की मरम्मत और उसके पुर्जों को लेकर परेशान है क्‍योंकि पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंध के चलते पुर्जों की खरीद में दिक्कत हो रही है.

HAL के शेयरों में तेजी
एचएएल के शेयर पिछले एक महीने से दबाव में चल रहे थे. इस अवधि में कंपनी के शेयर 5.45 फीसदी गिर चुके हैं. लेकिन, अब मलेशिया द्वारा तेजस खरीदने की खबर आते ही कंपनी के शेयर 3.50 फीसदी तक उछल गए. हालांकि, एचएएल के शेयरों ने पिछले छह महीनों में 40.58 फीसदी का उछाल आया है. वर्ष 2022 में अब तक 44.68 फीसदी का रिटर्न एचएएल के स्‍टॉक ने दिया है. एक साल में यह शेयर 68 फीसदी चढ़ चुका है.