IAF New Combat Uniform
IAF New Combat Uniform

IAF New Combat Uniform: भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के 90वें स्थापना दिवस समारोह में 70 से ज्यादा सैन्य विमानों और हेलिकॉप्टरों के प्रदर्शन ने दर्शकों को जोश से भर दिया। चंडीगढ़ में आयोजित ‘एयर शो’ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि थीं। यह पहली वार्षिक वायुसेना दिवस परेड और ‘फ्लाई पास्ट’ है, जिसका आयोजन दिल्ली-NCR के बाहर किया गया।

समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी शामिल हुए। इस समारोह में वायुसेना ने जवानों के लिए अपनी नई लड़ाकू वर्दी (IAF New Combat Uniform) भी लॉन्च कर दी। इसकी तस्वीर भी सामने आ गई है, जिसमें एयरफोर्स के जवान नई कॉम्बैट वर्दी में दिखाई दे रहे हैं। चंडीगढ़ में परेड के दौरान सात IAF जवान नए कॉम्बैट यूनिफॉर्म में दिखाई दिए। भारतीय वायुसेना में पहली बार कॉम्बैट टीशर्ट भी जारी की गई है।

वर्दी की खासियत भी जान लीजिए

भविष्य में एयरफोर्स के जवान किसी भी ऑपरेशन में इसी वर्दी (IAF New Combat Uniform) में नजर आएंगे। खास बात यह है कि नई वर्दी न केवल हल्की है बल्कि इसका कलर ऐसा डिजाइन किया गया है कि बर्फीले इलाकों, पहाड़ों और रेगिस्तान में दुश्मनों को चकमा दे सकती है। यह सभी मौसम के लिए अनुकूल बनाई गई है। मेड इन इंडिया इस वर्दी का पैटर्न भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन एरिया को ध्यान में रखकर बनाया गया है। नए पैटर्न की बूट, टीशर्ट बेल्ट, कैप और पगड़ी भी आ गई है।

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विंग कमांडर आशीष मोघे ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों, रेगिस्तानों, बर्फ से ढके क्षेत्रों के संदर्भ में बहुत बड़ी विविधता है और ये वर्दी इन वातावरणों में अधिक प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करेगी। IAF के प्रवक्ता ने कहा कि आत्मानबीर भारत के एजेंडे को मजबूत करते हुए, भारत में नए कपड़े बनाए गए हैं। विभिन्न पैटर्नों का अध्ययन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया और यह निर्णय लिया गया कि पुराने छलावरण पैटर्न से डिजिटल पैटर्न में परिवर्तन किया जाएगा।

इस वर्दी में टक नहीं है। अंदर एक गोल गर्दन वाली टी-शर्ट है और जो लोग टरमैक पर काम कर रहे हैं, उनके पास गर्मी की स्थिति से बचने और अपनी कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए टी-शर्ट के साथ काम करने का विकल्प होगा। वायुसेना की 90वीं वर्षगांठ के मौके पर वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वायुसेना अधिकारियों के लिए हथियार प्रणाली शाखा बनाने को मंजूरी दी है।

उन्होंने कहा कि नई शाखा अनिवार्य रूप से सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, दूर से चलने वाले विमानों और जुड़वां और बहु-चालक विमानों में हथियार प्रणाली संचालकों की विशेष धाराओं का संचालन करेगी। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस शाखा के बनने से उड़ान प्रशिक्षण पर खर्च कम होने से 3400 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी।

भारतीय वायु सेना की 90वीं वर्षगांठ

सुखना झील के ऊपर विमानों ने करतब दिखाए। हल्के लड़ाकू विमान तेजस के साथ-साथ सुखोई, जगुआर, राफेल, आईएल-76, सी-130जे और हॉक भी फ्लाई पास्ट का हिस्सा थे। अत्याधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 ने भी हिस्सा लिया। रक्षा मंत्री ने दिन में एक ट्वीट में कहा, ‘वायुसेना के सभी शूरवीरों एवं उनके परिवार को वायुसेना दिवस पर बधाई और शुभकामनाएं। वायुसेना अपने शौर्य एवं पराक्रम को लेकर जानी जाती है। भारत को वायुसेना के कर्मियों पर गर्व है।’


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