अगर आप अपना घर बनवाने का सोच रहे है तो ये आपके लिए जरूरी खबर है। घर बनवाने के सामान में तेजी जारी है। इसका असर मकानों सहित अन्य कंस्ट्रक्शन वर्क्स में पड़ रहा है। लागत बढ़ती जा रही है। इस साल जनवरी से अब तक की कीमतों का आकंलन करने पर पता चलता है कि रेत, ईंट, गिट्टी, सरिया के भाव में 15 से 20 प्रतिशत तक की तेजी आ गई है।
कारोबारी इसका कारण कच्चे माल और मालभाड़ा में तेजी बता रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी सरिया में आई है। साल की शुरुआत में सरिया जहां 5900 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था, उसके भाव इस समय 6500 रुपए के आसपास चल रहे हैं। इसी प्रकार रेत में 5 रुपए प्रति घनफीट की तेजी आई है। इन सबके बावजूद सीमेंट के दामों ने आम आदमी को थोड़ी राहत दी है। तुलनात्मक रूप से जनवरी से अब तक 10 रुपए प्रति बैग सीमेंट सस्ती हो गई है।
90 रुपए वाला ग्रेनाइट 180 रु.प्रति स्क्वायर फीट हुआ
इस साल अप्रैल-मई के आसपास सरिया के भाव रेकॉर्ड 8700 रुपए प्रति क्विंटल तक गए थे। उस समय(Hours) सरकार ने एक्सपोर्ट खोल दिया था। बाद में एक्सपोर्ट ड्यूटी वापस ले ली। इसके बाद सरिया के भाव नीचे आना शुरू हो गए। लेकिन, रेत और ईंट के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। साल के शुरू में 9 रुपए नग में बिकने वाली ईंट 11 रुपए नग बिक रही है। गिट्टी के रेट 21 से 22 रुपए पर चले गए हैं। इसी प्रकार 90 रुपए वाला ग्रेनाइट 180 रुपए प्रति स्क्वायर फीट हो गया है। 40 रुपए प्रति स्क्वायर फीट वाली टाइल्स के भाव 50 से 60 रुपए तक पहुंच गए हैं। प्लाइ वाले दरवाजे की कीमत 60 रुपए से बढकऱ 100 रुपए प्रति स्क्वायर फीट तक पहुंच गई है।
सामान -स्टील
जनवरी 2022- 5900 रुपए
नवंबर 2022- 6500 रुपए प्रति क्विंटल
सामान -सीमेंट
जनवरी2022- 375 रुपए
नवंबर 2022- 365 रुपए प्रति बैग
सामान -रेत
जनवरी2022- 50 रुपए
नवंबर 2022- 55 रुपए घनफीट
सामान -ईंट
जनवरी2022- 9 रुपए
नवंबर 2022- 11 रुपए प्रति नग
सरिया के भाव फिक्स
भोपाल के आस पास सरिया के भाव व्यापारियों ने फिक्स कर दिए हैं। इसका कारण लंबा घाटा होना बताया जा रहा है। दिवाली पर मुहूर्त सौदों में सरिया के भाव 6310 रुपए के आसपास खुले थे लेकिन अब भाव गिरकर 5750 रुपए तक आ गए हैं। मुहूर्त सौदों में छोटे-बड़े सभी कारोबारियों ने ज्यादा माल की बुकिंग इस उद्देश्य से कर दी थी कि सरिया के भाव बढ़ेगें, इसके उलट भाव कम हो गए। इसलिए राजधानी के लोहा व्यवसायियों ने 5900 से 6500 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार फिक्स कर दिए हैं। सरिया की यहां आवक मुख्य रूप से रायपुर, मंडीदीप, इंदौर, जालना (महाराष्ट्र), नागपुर से होती है। स्थानीय स्तर पर कुछ रोलर मिलर्स सरिया निर्माण करते हैं।
मकानों की लागत बढ़ी
कच्चे माल की कीमतों में आ रही तेजी से निर्माण की लागत भी बढ़ती जा रही है। मकानों की कीमतें भी उसी हिसाब से बढ़ रही है। डेवलपर्स बताते हैं कि निर्माण के लिए लगने वाले सामान की कीमतों में तेजी से तैयार मकान, कामर्शियल प्रॉपर्टी के भाव भी बढ़ गए हैं। मोटा-मोटी रूप से 25% तक निर्माण लागत बढ़ गई है।
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