एक तरफ जहां दुनिया भर में क्रिसमस की तैयारियां अंतिम चरण में है तो वहीं, दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद ने मध्यप्रदेश के सभी स्कूलों के प्रिंसिपलों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह अपने स्कूल में हिन्दू बच्चों को सांता क्लॉज ना बनाएं। विश्व हिंदू परिषद ने बाकायदा इसे लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने साफ तौर पर स्कूलों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अभिभावक से पूछे बिना ऐसा किया तो वीएचपी की तरफ से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वीएचपी की चिट्टी के प्रमुख अंश
भारत भूमि संतो की भूमि – सांता की नही
किसी भी हिन्दू छात्र को अभिभावक की अनुमति के बिना सांता नहीं बनाएं
भारत भूमि संतो की भूमि – सांता की नही
किसी भी हिन्दू छात्र को अभिभावक की अनुमति के बिना सांता नही बांये @VHPDigital @vinod_bansal pic.twitter.com/Y70Kr0lw7N— Vishva Hindu Parishad – Madhya Bharat (@VHPBhopal) December 24, 2022
वीएचपी ने चिट्ठी में क्या लिखा?
चिट्ठी में वीएचपी ने लिखा है कि ‘मध्यभारत प्रान्त के सभी विद्यालयो मैं जो छात्र सनातन हिन्दू धर्म और परम्परा को मानते हैं, उन छात्रों को विद्यालय मै होने बाले क्रिसमस के कार्यक्रम मे सांताक्लॉस बना रहे हैं और क्रिसमस ट्री भी लाने का बोल रहे हैं। यह हमारी हिन्दू संस्कृति पर हमला है, हिंदू बच्चों को ईसाई धर्म में प्रेरित करने के लिए यह षड्यंत्र है।
चिट्ठी में आगे लिखा है कि आर्थिक रूप से भी ऐसी ड्रेस या पेड़ लाने से अभिभावकों का नुकसान है। विद्यालय हिंदू बच्चों को सांता बनाकर ईसाई धर्म के प्रति श्रद्धा और आस्था उत्पन्न करने का काम कर रहा क्या? हमारे हिंदू बच्चे राम बने, कृष्ण बने, बुद्ध बने, गौतम, महावीर बने, गुरु गोविंद सिंह बने, यह सब तो बनना चाहिए, क्रांतिकारी बने, महापुरुष बने, परंतु सांता नहीं बनना चाहिए।
वीएचपी ने कहा है कि ये भारत भूमि संतों की भूमि है, सांता की नही। सभी विद्यालयों से आग्रह है कि हिन्दू बच्चों को अभिभावकों की अनुमति के बिना सांताक्लॉस नहीं बनाये और यदि कोई विद्यालय ऐसा करता है तो उस विद्यालय के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद वैधानिक कानूनी कार्यवाही करेगी।
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