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भगवान भरोसे मुलायम सिंह यादव, डॉक्टरों ने खड़े किए हाथ, हालत बेहद नाज़ुक, सिर्फ़ दुआओं का ही सहारा

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की हालत अब भी बेहद नाजुक है. उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए लोग प्रर्थना कर रह हैं. गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लगातार सियासी हस्तियों का आना-जाना लगा हुआ है. मंगलवार की शाम शिवपाल सिंह यादव भी अपने बड़े भाई का हाल जानने आए.

अस्पताल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की हालत गंभीर बनी हुई है और मंगलवार को उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में शिफ्ट किया गया है. 82 वर्षीय यादव सोमवार तक अस्पताल की क्रिटिकल केयर यूनिट में थे

समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक हैंडल पर ट्वीट किया कि मुलायम सिंह जी की हालत अभी भी गंभीर है और उन्हें मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है और विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम उनका इलाज कर रही है. पार्टी ने कहा कि हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने और लंबी उम्र की कामना करते हैं.

22 अगस्त को मेदांता में हुए थे भर्ती

बता दें कि मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तब डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम नेता जी के इलाज में दिन-रात लगी हुई है. सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के संरक्षक को जुलाई में भी कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था. मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ की जानकारी लेने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की थी और उन्हें किसी भी तरह की मदद का आश्वासन दिया था. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव को फोन कर नेता जी का हाल जाना है.

सैफई से वाराणसी तक यज्ञ

मुलायम सिंह यादव ही वो शख्सियत हैं जिन्होंने समाजवादी पार्टी को जोड़कर रखा है. उनका कहा किसी ने कभी अनसुना नहीं किया. उनकी एक आवाज पर आज भी लाखों की संख्या में भीड़ जुट जाती है. सियासी जानकारों का मानना है कि उनकी बदौलत ही समाजवादी पार्टी कई बार बिखरने से बची है. अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है. इसके बावजदू भी नेता जी दोनों के बीच हर बार सामंजस्य बिठाने में कामयाब रहे हैं. यही कारण है कि उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए सैफई से वाराणसी तक यज्ञ और प्रार्थना की जा रही है