चीफ जस्टिस (CJI) का पद संभालने के 24 घंटे बाद ही डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने सिस्टम में सुधार शुरू कर दिया है। शपथ लेने के दूसरे ही दिन चंद्रचूड़ ने केस की सुनवाई को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया।
चीफ जस्टिस (CJI DY Chandrachud) ने कहा कि उन्होंने नए मामलों के पीठों के समक्ष सुनवाई के लिए स्वत: सूचीबद्ध होने को लेकर रजिस्ट्रार को निर्देश दिए हैं। पीठ में न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला के साथ चीफ जस्टिस ने कहा कि नए मामलों को सुनवाई के लिए स्वत: सूचीबद्ध किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘मैंने रजिस्ट्रार को निर्देश दिया है कि सोमवार, मंगलवार और बुधवार तक पंजीकृत सभी मामलों को आने वाले सोमवार तक सूचीबद्ध किया जाएगा। अत: अपने आप एक तारीख दी जाएगी। मामले स्वत: सूचीबद्ध होंगे।’
तत्काल सुनवाई के लिए मामलों के उल्लेख के लिए पेश वकीलों से चीफ जस्टिस (CJI DY Chandrachud) ने कहा, ‘अगर किसी को तत्काल सुनवाई के लिए कहना है तो हम उसका उल्लेख करेंगे। अन्यथा, हम इन दिशानिर्देशों के साथ इसे निपटाएंगे।’ जस्टिस चंद्रचूड़ ने बुधवार को देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
भारत के नए चीफ जस्टिस ने बुधवार को अपने कार्यालय के पहले दिन की शुरुआत सुप्रीम कोर्ट परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के लोगों की सेवा करना उनकी प्राथमिकता है। CJI ने कहा, ‘चाहे तकनीक में हो या रजिस्ट्री में या न्यायिक सुधारों में, मैं हर पहलू पर नागरिकों का ख्याल रखूंगा।’
उन्होंने कहा, ‘आम लोगों की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। कृपया आगे देखें। मैं देश के सभी नागरिकों के लिए काम करूंगा।’ उन्होंने कहा कि भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व करना एक महान अवसर और जिम्मेदारी है। इस सवाल पर कि वह न्यायपालिका में लोगों का विश्वास कैसे सुनिश्चित करेंगे, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘मैं न केवल शब्दों के माध्यम से, बल्कि अपने काम के जरिए नागरिकों का भरोसा सुनिश्चित करूंगा।’
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