सोशल मीडिया पर अवैध तमंचे-कारतूसों के साथ एक महिला सिपाही के फोटो वायरल हो रहा है। अधिकारियों तक फोटो पहुंची तो हड़कंप मच गया। उच्चाधिकारियों ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, पुलिस के अनुसार गांव में मुकदमेबाजी के चलते प्रथम दृष्टया मामला फोटो एडिट का लग रहा है। महिला सिपाही बुलंदशहर के खानपुर थानांतर्गत एक गांव की रहने वाली है और इन दिनों जिला बिजनौर में तैनात है।
बुलंदशहर में सोमवार को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक फोटो तेजी से वायरल हुई, जिसमें एक महिला सिपाही अवैध तमंचे-कारतूसों के साथ दिख रही थी। इन्हीं में से एक फोटो में तमंचा और करीब 25-30 कारतूस दिखाई दे रहे हैं, तो दूसरे फोटो में महिला सिपाही तमंचा हाथ में लेकर दिख रही है। एक अन्य फोटो में महिला सिपाही वर्दी में नजर आ रही है। एक फोटो में कोई युवक कारतूस डिब्बे में रखते दिख रहा है।
बताया जाता है कि संबंधित युवक महिला सिपाही का भाई है। महिला सिपाही बुलंदशहर के खानपुर थानांतर्गत एक गांव की रहने वाली है और वर्तमान में जिला बिजनौर में तैनात है। वायरल फोटो को संज्ञान में लेते हुए बुलंदशहर एसएसपी/डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने खानपुर थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिए हैं।
उधर, खानपुर थाना प्रभारी शत्रुघन यादव ने बताया कि मामले की जांच में मुकदमेबाजी के चलते फोटो एडिट कर वायरल होने की जानकारी मिल रही है। जांच रिपोर्ट डीआईजी को भेजी जाएगी। दूसरी ओर एसपी बिजनौर डॉ. धर्मवीर सिंह ने भी पूरे मामले में सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता को जांच सौप दी है। सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता ने बताया कि एसपी के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई।
उधर, महिला सिपाही ने खानपुर एसओ को बताया कि गांव में चल रही मुकदमेबाजी के चलते उसे झूंठा फंसाने की साजिश रची गई है। उसका फोटो एडिट कर वायरल किए गए हैं।डीआईजी संतोष कुमार सिंह के अनुसार महिला सिपाही के वायरल फोटो के मामले की जांच एसओ खानपुर को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
एसपी बिजनौर डॉ.धर्मवीर सिंह का कहना है कि महिला सिपाही के पक्ष का गांव में विवाद चल रहा है। प्रथम दृष्टया मुकदमा वापसी के लिए एडिट फोटो लगाकर वायरल की गई है। साइबर सेल और एसओजी को जांच सौंपी गई है।
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