सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव नाराज हैं। राज्य की स्वास्थ्य-सुविधा पर। कानून-व्यवस्था की हालत पर। महंगाई पर। वह सोशल मीडिया पर भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। नसीहत भी दे रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि उप्र में भाजपा के दूसरे कार्यकाल में अपराध की रफ़्तार दुगुनी हो गयी है। बैंक लूट, लॉकर चोरी, बलात्कार, गोली कांड और हत्या की घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं और अपराधियों की दबंगई चरम पर है। उप्र में अपराध की बुलेट ट्रेन दौड़ रही है।
उन्होंने बलिया के एक बुजुर्ग के अपनी पत्नी को ठेले पर ले जाने की फोटो भी पोस्ट की। इस पर सरकार की खिंचाई की। अपनी सरकार की बड़ाई भी की।
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में चिकित्सा की झूठी उपलब्धि के झूठे विज्ञापनों पर ही खर्च हो रहा है। अगर सपा के समय सुधरी चिकित्सा सेवाओं पर खर्च किया जा रहा होता तो आज भाजपा के राज में स्ट्रेचर और एम्बुलेंस के अभाव में लोगों की जान नहीं जाती। उनको बचाया जा सकता था’।
भाजपा कंपनी बन गई है
अखिलेश यादव ने एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर भाजपा को घेरा है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम जनता के हित की नीतियों को बनाने का है। भाजपा यह काम नहीं कर रही है, बल्कि वह कंपनी बन गयी है। उसे बस अपना मुनाफा ही दिखता है।
अपराधी जब सत्ता-संरक्षित तो उन पर लगाम कौन लगाएगा
सपा सुप्रीमो ने लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा, जिसे लेकर योगी सरकार अक्सर अपनी पीठ थपथपाती है। उन्होंने कहा- यूपी को अपराध प्रदेश बनाने की प्रक्रिया चालू है। भाजपा का मातृ संगठन आरएसएस है। वही अपना नियंत्रण रखता है। इसका एजेंडा ही है समाज में तनाव पैदा हो और जनता सुखचैन की जिंदगी बसर न कर सके। भाजपा आरएसएस के एजेंडे को ही पूरा करने का काम करती है।
गाजियाबाद, बुलन्दशहर, आगरा में दिन दहाड़े लूट की घटनाएं हो रही है। जनता जानती है कि सत्ता संरक्षित अपराधी ही जब प्रदेश में खुलेआम वारदातें कर रहे हैं तो उन पर लगाम कौन लगाएगा? बुलंदशहर के उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक में बीस लाख की डकैती पड़ गई। आगरा में व्यापारी से दिनदहाड़े लाखों की लूट हुई। एक रात में श्रीनगर महोबा के गरीबों के दस घरों का माल लेकर चोर फरार हो गए। राजधानी लखनऊ में भी हत्या, लूट की वारदातें थम नहीं रही है।