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कांग्रेस के लिए सबसे बुरा दिन, कांग्रेस के पूर्व CM समेत 64 बड़े नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे राज्य में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद से अब तक 64 लोग कांग्रेस से बाहर हो चुके हैं। मंगलवार को 51 नेताओं ने पार्टी छोड़ी। इसमे जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद भी शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा, घारू राम और पूर्व विधायक बलवन सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की है।

मीडिया से बात करते हुए पूर्व विधायक बलवन सिंह ने कहा, “गुलाम नबी आजाद के समर्थन में हम सब लोग एक साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपे हैं।” इससे पहले कांग्रेस पार्टी से कई पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक, पंचायती राज संस्थाओं के सैकड़ों सदस्य, कई निगम पार्षद तथा जिला और ब्लाक स्तरीय नेता भी कांग्रेस से अपना संबंध तोड़ चुके हैं।

अपने इस्तीफे के पीछे उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं के कामकाज के रवैये को वजह बताई थी तथा पार्टी के अंदर लोकतंत्र न होने और सलाह-मशविरे की व्यवस्था ‘‘ध्वस्त’’ होने को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के पतन के लिए राहुल गांधी को भी जिम्मेदार बताते हुए उनकी आलोचना की थी।

उधर, कांग्रेस पार्टी से संबंध तोड़ चुके राज्य के एक अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मोहिउद्दीन ने कहा कि आजाद का भाजपा के साथ कोई गठजोड़ नहीं है और उनके द्वारा घोषित नई पार्टी जरूरत पड़ने पर नेकां या पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन कर सकती है। एक प्रमुख गुर्जर नेता मोहिउद्दीन जम्मू क्षेत्र से हैं। हालांकि, उन्होंने घाटी के सीमावर्ती क्षेत्र उरी को अपना राजनीतिक मैदान बना लिया।