Mahalaxmi Mandir: दिवाली का त्योहार देश के सबसे बड़े पर्वों में गिना जाता है. इस खास पर्व पर मां लक्ष्मी, गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है.
मान्यता है कि धनतेरस से दिवाली के शुभ मौके पर पूजा-पाठ करने से घर में लक्ष्मी यानी धन की प्राप्ति होती है. इस अवसर पर लोग अपने घरों में तो पूजा अर्चना करते ही हैं तो वहीं, कुछ लोग मां लक्ष्मी के दर्शनों के लिए मंदिर भी जाते हैं.
यहां हम आपको भारत के एक ऐसे मंदिर (Mahalaxmi Mandir) के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भक्त प्रसाद से ही मालामाल हो जाते हैं. जी हां, मध्य प्रदेश के रतलाम में मां लक्ष्मी का एक मंदिर है जिसकी लोगों के बीच काफी मान्यता है. देश के दूर-दूर कोने से आकर लोग मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लेते हैं.
रतलाम का लक्ष्मी मंदिर
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के रतलाम के माणक में मां महालक्ष्मी का मंदिर है. यहां देवी लक्ष्मी के साथ-साथ कुबेर की पूजा भी की जाती है. आपको बता दें कि इस मंदिर के कपाट धनतेरस पर ही खोले जाते हैं. दिवाली पर इस मंदिर में लोगों की भीड़ जुटती है. वहीं,भाई दूज के दिन मंदिर के कपाट बंद किए जाते हैं.
मां को चढ़ते हैं जेवर
गौर हो कि इस मंदिर में बहुत पुरानी मान्यता का पालन करते हुए मां लक्ष्मी को जेवर और रूपए चढ़ाते हैं. यहां पर आकर दर्शन करने वाले लोगों में मान्यता है कि जो भी यहां आता है, वह खाली हाथ नहीं लौटता है.
प्रसाद में आभूषण
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में सोने-चांदी के आभूषण दिए जाते हैं. यहां से मिलने वाले सोने के आभूषण और रूपयों को लोग बहुत हिफाजत से संभालकर रखते हैं क्योंकि लोगों की मान्यता है कि इसे घर में रखने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.
इस मंदिर में लोग बहुत सारे आभूषण और पैसे लेकर आते हैं. इन श्रद्धालुओं को मंदिर ट्रस्ट की तरफ से टोकन देने के बाद अंदर जाने दिया जाता है. पूजा के बाद आभूषणों को मां के चरणों में चढ़ाया जाता है. उसके बाद वापस जाते समय टोकन के हिसाब से आभूषण आदि श्रद्धालुओं को वापस कर दिए जाते हैं.