नई दिल्ली. बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य (Ganesh Acharya) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. एक डांसर द्वारा 2020 में दर्ज करवाए केस में अब आचार्य के खिलाफ मुंबई पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी है. उनके खिलाफ महिला डांसर ने पीछा करने और ताक-झांक करने का आरोप लगाया है.
ट्रेनी डांसर ने आरोप लगाया था कि गणेश ने उन्हें जबरदस्ती गंदी फिल्में दिखाई और मोलेस्ट करने का प्रयास किया. यही नहीं विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की. अंधेरी मेट्रोपोलिटन कोर्ट में चार्जशीट फाइल करने वाले इंस्पेक्टर संदीप शिंदे ने कहा कि आरोप पत्र में गणेश आचार्य और उनके असिस्टेंट पर धारा 354-ए, 354-सी, 354-डी, 509, 323, 504, भारतीय दंड संहिता की धारा 506 और 34 के तहत आरोप लगाए गए हैं.
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Ganesh Acharya ने किया आरोपों से इनकार
चार्जशीट दायर करने की पुष्टि करते हुए Ganesh Acharya ने कहा कि उन्हें झूठे और निराधार आरोप में फंसाने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि इस केस के बाद गणेश आचार्य की ओर से शिकायतकर्ता के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज करवाया गया है. पीड़िता ने इस मामले में महिला आयोग को भी शिकायत दर्ज करवाई थी.
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि गणेश उससे फिल्म इंडस्ट्री में काम करने और आय से ‘कमीशन की मांग’ करते थे. गणेश के वकील रवि सूर्यवंशी ने कहा है कि उन्हें पुलिस ने चार्जशीट के बारे में सूचित नहीं किया है. सूर्यवंशी ने कहा, ‘मेरे पास चार्जशीट नहीं है इसलिए मैं कुछ नहीं कह सकता, लेकिन एफआईआर की सभी धाराएं जमानती थीं.’
पीड़िता का बयान
अपनी शिकायत में, असिस्टेंट कोरियोग्राफर ने आरोप लगाया कि गणेश आचार्य (Ganesh Acharya) ने उन्हें परेशान किया था. उन्होंने उन पर भद्दे कमेंट्स करने, उनको गंदी फिल्में दिखाने और उनके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. महिला के मुताबिक, उन्होंने कथित तौर पर उनसे कहा कि अगर वो सफल होना चाहती है, तो उसे मई 2019 में उनके साथ संबंध बनाना होगा. उन्होंने मना कर दिया और छह महीने बाद, उन्होंने कहा, भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन ने उसकी सदस्यता समाप्त कर दी है.
मार पीट का भी लगाया आरोप
जब उन्होंने 2020 में एक मीटिंग में आचार्य (Ganesh Acharya) के कार्यों का विरोध किया, तो कोरियोग्राफर ने कथित तौर पर उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसके असिस्टेंट्स ने उनके साथ मारपीट की. पीड़िता ने कहा था, महिला असिस्टेंट्स ने मुझे पीटा, मुझे गाली दी और मुझे बदनाम किया जिसके बाद मैं पुलिस के पास गई जिन्होंने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया और केवल एक नॉन-कॉग्निजेबल केस दर्ज किया. फिर मैंने मामले को आगे बढ़ाने के लिए एक वकील से संपर्क किया.
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