IMG 20220924 132223 800 x 400 pixel
IMG 20220924 132223 800 x 400 pixel

अगर ऑनलाइन शॉपिंग (online shopping) करनी हो तो सबसे पहले किस वेबसाइट का नाम याद आता है? अमेजन? फ्लिपकार्ट?  या फिर मिंत्रा? इसके अलावा कई और वेबसाइट्स हैं जहां से हम अपने रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें ऑर्डर करते हैं. क्योंकि हमें लगता है कि ये वेबसाइट्स किफायती हैं. मतलब वहां सामान मार्केट से कम कीमत पर मिलता है. पर अगर हम आपसे कहें कि इन सबसे सस्ता एक और ऑप्शन है जिसके बारे में आम जनता बहुत कम जानती है. तो?

 

उस वेबसाइट का नाम है Gem यानी गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस. ये एक सरकारी वेबसाइट है और इसमें सामान बाकी ई-कॉमर्स वेबसाइट्स की तुलना में सस्ता मिलता है. 

 

 

Gem एक सरकारी मार्केट प्लेस है. भारत सरकार का इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय (meity) इसको ऑपरेट करता है. Gem 9 अगस्त, 2016 से चल रहा है. यहां पर ग्राहक किफायती कीमत में प्रोडक्ट्स खरीद सकते हैं. आज की तारीख में जेम पर 150 अलग-अलग कैटेगरी में सात हजार से ज्यादा प्रोडक्टस लिस्ट हैं. किसी भी प्रोडक्ट की लिस्टिंग से पहले सारे जरूरी मानकों का ख्याल रखा जाता है.

 

बिल्कुल. आपके समझने के लिए बता देते हैं कि जो सामान बाजार में अगर सौ रुपए का मिलता है तो वही सामान जेम पर नब्बे रुपए में उपलब्ध है.

उदाहरण के लिए, LG कंपनी का जो लैपटॉप Gem पर 99,959 रुपये का दिखा रहा है, वो दूसरे पॉपुलर ऐप्स पर 1,05,999 और 1,10,000. यानी कीमत में चार से 10 हज़ार तक का अंतर है. वहीं, इंटेक्स का LED टीवी 34,999 का है, वो ओपन मार्केट और दूसरे शॉपिंग ऐप पर 35,200 और 38,799 रुपये में मिल रहा है. यहां भी कीमत में 200 से 3700 रुपये तक का अंतर है. हालांकि, सेल या सामान की उपलब्धता के हिसाब से कीमतें ऊपर-नीचे हो सकती हैं.

 

 साल 2021-22 में हुए इकोनॉमिक सर्वे में कुल बाईस प्रोडक्टस की तुलना जेम और दूसरी ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर की गई तो पता चला कि दस ऐसे प्रोडक्टस हैं जो जेम मार्केट प्लेस पर लगभग 10 प्रतिशत सस्ते थे. जेम एक पूर्णतः पेपरलेस और कैशलेस वेबसाइट है. वेबसाइट का यूजर इंटेरफेस (UI) बहुत आसान है और खरीदे गए प्रोडक्ट को वापस करना भी मुश्किल नहीं. सेलर्स के लिए भी वेबसाइट पर पंजीकरण और अपने प्रोडक्ट की लिस्टिंग बहुत आसान है. जेम पर इस बात का ख्याल रखा गया है कि प्रोडक्ट की लिस्टिंग से लेकर प्लेसमेंट तक में इंसानी दखल नहीं के बराबर हो.

 


Discover more from Newzbulletin

Subscribe to get the latest posts sent to your email.