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देश में इस कार कंपनी ने लूटा लोगों का दिल, धड़ल्ले से हो रही बिक्री

देश में मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, होंडा और हुंडई जैसी कार कंपनियां दशकों से व्यापार कर रही हैं. लेकिन, अब कई नई कार कंपनियां भी भारतीय बाजार में पैर जमाने की कोशिश कर रही है. किआ इस कोशिश में सफल होती नजर आ रही है. किआ ने भारत में 3 सालों में 5 लाख से ज्यादा कारें बेचने का आंकड़ा पार कर लिया है. कंपनी की ओर से यह जानकारी दी गई है. कहा गया है कि किआ, भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कार निर्माता कंपनी बन गई है. इन दिनों कंपनी की नई लॉन्च की गई कार कैरेंस को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है.

कंपनी ने कहा कि कैरेंस के दम पर कंपनी ने अपनी आखिरी 1 लाख कारों की बिक्री सिर्फ 4.5 महीनों में हासिल की है. कैरेंस की लॉन्चिंग के बाद से इसकी 30,953 यूनिट्स बिची जा चुकी हैं. इसके साथ ही, कंपनी की घरेलू बिक्री में कैरेंस ने लगभग 6.5% का योगदान दिया है. हालांकि, भारत में सेल्टोस किआ इंडिया का फ्लैगशिप मॉडल बना हुआ है. कंपनी की कुल बिक्री में इसका सबसे ज्यादा हिस्सा है. भारत में किआ की कुल बिक्री में इस मॉडल का 59% का योगदान है, इसके बाद 32% से अधिक का योगदान सोनेट का है.

 

गौरतलब है कि किआ, भारत में पांच कारें बेचती है, जो सेल्टॉस, सोनेट, कैरेंस, कार्निवल और ईवी6 हैं. किआ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मिड-एसयूवी सेगमेंट में सेल्टोस मजबूत पकड़ बनाए हुए है, अपनी कैटेगरी के वाहनों की बिक्री में इसका 40% से अधिक का योगदान है. वहीं, कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में सॉनेट की 15% हिस्सेदारी है. इसके अलावा, कैरेंस ने अपने सेगमेंट में 18% से अधिक की हिस्सेदारी हासिल कर ली है. कैलेंडर ईयर 2022 में कैरेंस अपनी श्रेणी (MPV) में दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बन गई है.

किआ इंडिया के चीफ सेल्स ऑफिसर, म्युंग-सिक सोहन ने कहा, “मैं किआ इंडिया की सफलता का श्रेय उन सभी को देना चाहता हूं जो इस ईकोसिस्टम का हिस्सा हैं और बन रहे हैं.” उन्होंने कहा, “भारत, किआ के लिए एक प्राथमिकता वाला बाजार है, और इसलिए देश में हमारे 5 में से 3 प्रोडक्ट न केवल स्थानीय रूप से निर्मित होते हैं बल्कि विभिन्न वैश्विक बाजारों में भी निर्यात किए जाते हैं.”